Rangbhari Ekadashi 2024: हर महीने में पड़ने वाली एकादशी तिथि का अलग-अलग नाम और महत्व है. फाल्गुन माह की शुरुआत 25 फरवरी से हो गई है, इस माह में विजया एकादशी और रंगभरी एकादशी व्रत है. आइए जानते है विजया एकादशी और रंगभरी एकादशी व्रत, शुभ मुहूर्त और पूजा विधि के बारे में…
Rangbhari Ekadashi 2024: रंगभरी एकादशी की तिथि
एकादशी तिथि आरंभ: 20 मार्च 2024, रात 12:21 बजे
एकादशी तिथि समाप्त: 21 मार्च 2024, सुबह 02:22 बजे
पारण का समय: 21 मार्च 2024, दोपहर 01:31 बजे से शाम 04:07 बजे तक
Mahashivratri 2024: महाशिवरात्रि और प्रदोष व्रत एक ही दिन, मिलेगा ये शुभफल
Rangbhari Ekadashi 2024:रंगभरी एकादशी का शुभ मुहूर्त
अभिजित मुहूर्त: 20 मार्च 2024, दोपहर 12:11 बजे से 01:00 बजे तक
विजय मुहूर्त: 20 मार्च 2024, सुबह 11:15 बजे से 12:04 बजे तक
Rangbhari Ekadashi 2024: रंगभरी एकादशी की पूजा विधि
स्नान: सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और स्वच्छ वस्त्र धारण करें.
पूजा स्थान: घर में एक स्वच्छ स्थान पर भगवान विष्णु की प्रतिमा स्थापित करें.
आमलकी वृक्ष: घर में या मंदिर में आमलकी वृक्ष की पूजा करें.
दीप प्रज्वलन: भगवान विष्णु के समक्ष दीप प्रज्वलित करें.
भोग: भगवान विष्णु को फल, फूल, मिठाई, दूध आदि का भोग लगाएं.
आरती: भगवान विष्णु की आरती करें.
कथा: रंगभरी एकादशी व्रत की कथा पढ़ें या सुनें.
दान: दान-पुण्य करें.
व्रत: अगले दिन सुबह पारण करें.
Rangbhari Ekadashi 2024: रंगभरी एकादशी का महत्व
रंगभरी एकादशी व्रत को रखने से भगवान विष्णु की कृपा प्राप्त होती है. यह व्रत पापों से मुक्ति दिलाने वाला माना जाता है. इस व्रत को रखने से व्यक्ति के जीवन में सुख, समृद्धि और शांति आती है.
ज्योतिषाचार्य संजीत कुमार मिश्रा
ज्योतिष वास्तु एवं रत्न विशेषज्ञ
8080426594/9545290847
Rakshabandhan 2025: राखी बंधवाते समय भाई को किस दिशा में बैठाना शुभ, रक्षाबंधन पर अपनाएं ये वास्तु टिप्स
Sawan Pradosh Vrat 2025: श्रावण मास का अंतिम प्रदोष व्रत आज, इस विधि से करें पूजा
Raksha Bandhan 2025: रक्षाबंधन पर इस बार 95 सालों बाद बन रहा है दुर्लभ योग, मिलेगा दोगुना फल
Aaj Ka Panchang: आज 6 अगस्त 2025 का ये है पंचांग, जानिए शुभ मुहूर्त और अशुभ समय की पूरी जानकारी