Jagannath Rath Yatra 2025: रथ खींचने से पापों का होता है नाश, जानें धार्मिक रहस्य
Jagannath Rath Yatra 2025: जगन्नाथ रथयात्रा केवल एक उत्सव नहीं, बल्कि आस्था का प्रतीक है. मान्यता है कि भगवान जगन्नाथ का रथ खींचने से जन्म-जन्मांतर के पापों का नाश होता है और मोक्ष की प्राप्ति होती है. आइए जानें इस पवित्र परंपरा के पीछे का धार्मिक रहस्य.
By Shaurya Punj | June 27, 2025 8:45 AM
Jagannath Rath Yatra 2025: जगन्नाथ रथयात्रा न केवल एक भव्य धार्मिक उत्सव है, बल्कि यह गहरी आस्था और आध्यात्मिक शक्ति से जुड़ी परंपरा भी है. मान्यता है कि भगवान जगन्नाथ के रथ को खींचने से व्यक्ति के सभी पाप नष्ट हो जाते हैं और उसे मोक्ष की प्राप्ति होती है. हर साल लाखों श्रद्धालु इस पावन अवसर पर पुरी पहुंचते हैं और भगवान जगन्नाथ, बलभद्र और सुभद्रा के रथों को खींचने का सौभाग्य प्राप्त करते हैं. यह यात्रा केवल बाह्य यात्रा नहीं, बल्कि आत्मा की शुद्धि और भक्ति की चरम अभिव्यक्ति मानी जाती है.
मान्यता : रथ खींचने से सभी पाप हो जाते हैं नष्ट
रथयात्रा और घुरती रथयात्रा के दिन भगवान स्वयं भक्तों को दर्शन देने के लिए मंदिर के बाहर आते हैं. वे उनपर विशेष कृपा दृष्टि बरसाते हैं.
रथयात्रा भगवान जगन्नाथ की भक्ति और एकता का प्रतीक है.
रथयात्रा रांची के लोगों का एक प्रमुख त्योहारों में से एक है. इस दिन वे लोग न सिर्फ जगन्नाथ मंदिर जाकर पूजा-अर्चना करते हैं बल्कि घरों में भी पूजा-अर्चना करते हैं.
रांची की रथ यात्रा पुरी की रथ यात्रा की तरह ही भव्य होती है.रथ खींचने के लिए राज्यभर से जुटते हैं श्रद्धालु