शनि अमावस्या का ये है पौराणिक महत्व, जानें क्यों खास है यह दिन
Shani Amavasya 2025: शनि अमावस्या इस साल 29 मार्च 2025 को है. इस दिन का पौराणिक महत्व है. यहां से जानें
By Shaurya Punj | March 28, 2025 2:45 PM
Shani Amavasya 2025: शनि अमावस्या हिंदू धर्म में एक अत्यंत महत्वपूर्ण तिथि मानी जाती है, जिसे शनि देव की कृपा प्राप्त करने और शनि दोष से मुक्ति के लिए विशेष रूप से शुभ माना जाता है. यह दिन अमावस्या तिथि और शनिदेव की पूजा का मिलन होता है, जिससे इसका धार्मिक और ज्योतिषीय महत्व और भी बढ़ जाता है.
पौराणिक कथा एवं महत्व
शास्त्रों के अनुसार, शनिदेव सूर्यदेव और छाया (संवर्णा) के पुत्र हैं. उन्हें कर्म, न्याय और दंड का देवता माना जाता है. शनिदेव व्यक्ति के अच्छे और बुरे कर्मों के अनुसार फल प्रदान करते हैं. यह मान्यता है कि जिनकी कुंडली में शनि की साढ़े साती, ढैय्या या महादशा होती है, उन्हें इस दिन विशेष पूजा-अर्चना करनी चाहिए, जिससे उनकी समस्याएं कम हो सकती हैं.
एक अन्य पौराणिक कथा के अनुसार, भगवान शनिदेव ने अपनी कठोर तपस्या से महादेव को प्रसन्न किया और उन्हें यह वरदान प्राप्त हुआ कि वे न्याय के देवता के रूप में कार्य करेंगे.
शनि अमावस्या पर पूजा और उपाय
इस दिन पीपल के वृक्ष की पूजा करना और उसमें सरसों के तेल का दीपक जलाना शनिदेव को प्रसन्न करता है.
काले तिल, उड़द दाल, सरसों का तेल और लोहे का दान करने से शनि दोष के प्रभाव में कमी आती है.
शनि मंत्र “ॐ शं शनैश्चराय नमः” का जाप करने से जीवन में सकारात्मक परिवर्तन होते हैं.
जरूरतमंदों को भोजन प्रदान करना और गरीबों की सहायता करना शनिदेव की कृपा प्राप्त करने का सर्वोत्तम तरीका माना जाता है.