विजया एकादशी पर करें तुलसी से जुड़े ये उपाय, जीवन में आएंगी खुशियां
Vijaya Ekadashi 2025 Upay: फाल्गुन मास की कृष्ण पक्ष की एकादशी को विजया एकादशी के नाम से जाना जाता है. धर्म ग्रंथों में उल्लेखित है कि भगवान विष्णु को तुलसी अत्यंत प्रिय है. इसलिए भोग या पूजा के समय तुलसी का उपयोग अवश्य किया जाता है. इस प्रकार, एकादशी तिथि पर तुलसी माता की उपासना करने से जीवन में सुख और समृद्धि आती है, और सभी प्रकार के कष्ट समाप्त हो जाते हैं.
By Shaurya Punj | February 18, 2025 8:18 AM
Vijaya Ekadashi 2025 Upay: सनातन धर्म में एकादशी का व्रत अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है. पंचांग के अनुसार, फाल्गुन कृष्ण पक्ष की एकादशी निकट ही आ रही है. इस दिन विधिपूर्वक भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा की जाएगी. शास्त्रों में इस एकादशी को विजय प्रदान करने वाला बताया गया है. यह माना जाता है कि इस दिन व्रत करने से अनेक कठिनाइयों से मुक्ति मिलती है. एकादशी के अवसर पर तुलसी माता की भी उपासना की जाती है, जिन्हें धन की देवी लक्ष्मी का अवतार माना जाता है. आइए, जानते हैं कि विजया एकादशी के दिन तुलसी से संबंधित कौन-कौन से उपाय किए जाने चाहिए, ताकि घर में सुख, शांति और समृद्धि बनी रहे.ट
इस दिन मनाई जाएगी विजया एकादशी
इस साल विजया एकादशी 23 फरवरी को दोपहर 01:55 बजे से शुरू होकर 24 फरवरी को दोपहर 01:44 बजे तक रहेगी. हालांकि, विजया एकादशी 24 फरवरी को ही मनाई जाएगी.
विजया एकादशी के अवसर पर तुलसी के पौधे पर लाल चूनर चढ़ाना और संध्या समय में घी का दीपक जलाना आवश्यक है. इस क्रिया से जीवन में आने वाली समस्याएं समाप्त होती हैं और सुख-समृद्धि का आशीर्वाद प्राप्त होता है.
विजया एकादशी के दिन तुलसी के पौधे पर कलवा बांधने से घर में नकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव कम होता है, जिससे सुख-समृद्धि और सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है.
वैवाहिक जीवन में सुख-समृद्धि के लिए तुलसी के पौधे को 16 श्रृंगार की सामग्री अर्पित करना लाभकारी है. इससे वैवाहिक जीवन में खुशहाली आती है और अखंड सौभाग्य का आशीर्वाद मिलता है.
विवाह में देरी को दूर करने के लिए विजया एकादशी के दिन तुलसी और शालिग्राम भगवान की पूजा अवश्य करें. इससे न केवल वैवाहिक जीवन में बल्कि पारिवारिक जीवन में भी विशेष लाभ प्राप्त होता है.