बिहार में मांगलिक कार्यों के लिए होटलों और बैंड-बाजे की बुकिंग तेज, देखें अप्रैल-मई और जून में कुल 31 विवाह मुहूर्त
Vivah Muhurat 2025: बिहार समेत पूरे देशभर में शादी-विवाह का मुर्हूत एक बार फिर शुरू हो गया है. अप्रैल माह में विवाह के लिए अभी 10 और मई माह में 12 शुभ मुहूर्त हैं. जबकि जून में सात शुभ मुहूर्त रहेंगे. 12 जून से छह जुलाई तक गुरु अस्त हो रहा है. इसके बाद छह जुलाई को देवशयनी एकादशी के चलते चातुर्मास आरंभ हो जायेगा. एक नवंबर को हरि प्रबोधिनी एकादशी से दोबारा शादी, विवाह, मुंडन, कर्णछेदन आदि मांगलिक कार्यों की शुरुआत होगी.
By Radheshyam Kushwaha | April 16, 2025 9:02 PM
Vivah Muhurat 2025: मांगलिक कार्यों की शुरुआत होने के दिन नजदीक आने के साथ ही बाजार में भी रौनक बढ़ गयी है. होटल, बैंक्वेट हॉल, कैटरर्स, ब्यूटी पार्लरों की बुकिंग यूं तो पहले ही हो चुकी है. लेकिन लग्न को लेकर अब भी यह बूम पर है. आभूषण, कपड़े, सहित अन्य सामान की खरीदारी लग्न वाले घरों में शुरू हो गयी है. बीते दिन मंगलवार से कपड़ा, वाहन, सर्राफा, बर्तन बाजार में काफी तेजी आ गयी. दुकानदार भी मांगलिक कार्यों के शुरू होने को लेकर पूरी तरह से तैयार हैं. इन मांगलिक दिनों के कारण बाजार काफी चहक उठा है. लग्न में शानदार दुकानदारी होने के कारण रात्रि में लगभग 9:00 -10:00 बजे तक अधिकतर दुकानें भी अब खुली रह रही हैं.
कारीगरों को मिल रहा काम
कपड़े बनाने से लेकर जेवर आदि बनाने वाले कारीगरों की चलती आ गयी है. शादी-विवाह के लिए शुभ लग्न होने के कारण सभी लोग और भी अधिक हड़बड़ी और व्यस्तता में हैं. इस कारण कारीगर दिन-रात काम में भिड़ गये हैं. सर्राफा दुकानों पर चालानी सोने-चांदी के जेवर लेकर डिलिवरी के लिए विभिन्न बाहरी एजेंट भी शहर के अलावा कस्बाई और ग्रामीण दुकानों तक पहुंच रहे हैं. किराना की थोक मंडी गोला रोड में भी भीड़-भाड़ बढ़ गयी है. प्रखंड भर के छोटे-बड़े कारोबारी सामान खरीदने के लिए मंडी में आ रहे हैं.
बैंड-बाजा व बारात की मची हुई है धूम
खरमास के समापन के बाद शादी-विवाह सहित अन्य शुभ काम पर लगा ब्रेक अब हट गया है. शुभ लग्न को लेकर बैंड-बाजा से लेकर हलवाई, वाहन, पंडाल सहित अन्य का कारोबार काफी शानदार हो गया है. अगले महीने की बुकिंग को लेकर भी भाग-दौड़ शुरू है. कई वर पक्ष के लोग बैंड-बाजा, वाहन, हलवाई की बुकिंग के लिए अपने सोर्स वाले लोगों के दरवाजे पर दौड़ लगा रहे हैं. लोगों का कहना है कि अपने नजदीकी बाजारों के हलवाई, वाहन, पंडाल सजाने वाले कारीगर बहुत अधिक डिमांड कर रहे हैं.