आरित कपिल हाल ही में भारत की अंडर-9 राष्ट्रीय शतरंज चैंपियनशिप में उपविजेता रहे हैं और इस समय जॉर्जिया में चल रही अंडर-10 वर्ल्ड चेस चैंपियनशिप में भारत का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं. उन्होंने अपने होटल रूम से इस ऑनलाइन टूर्नामेंट में भाग लिया और अपने खेल से दुनिया भर के दिग्गजों को प्रभावित किया.
कार्लसन के खिलाफ ड्रॉ: एक बड़ी उपलब्धि
कार्लसन को शतरंज इतिहास के महानतम खिलाड़ियों में गिना जाता है. वे 2013 से 2023 तक विश्व चैंपियन रहे हैं. उन्होंने क्लासिकल, रैपिड और ब्लिट्ज तीनों प्रारूपों में विश्व खिताब जीते हैं. नॉर्वे के इस दिग्गज खिलाड़ी को मात देना या उनके खिलाफ ड्रॉ निकालना किसी भी युवा खिलाड़ी के लिए बड़ी उपलब्धि होती है, और नौ वर्षीय आरित ने यह कर दिखाया.
इस मुकाबले में आरित ने कार्लसन को न केवल बराबरी की टक्कर दी, बल्कि एक समय वह जीत की स्थिति में भी थे. लेकिन घड़ी में चंद सेकंड शेष होने के कारण वह अपनी बढ़त को निर्णायक रूप नहीं दे पाए और मुकाबला ड्रॉ पर खत्म हुआ. आरित की यह उपलब्धि भारतीय शतरंज के उज्ज्वल भविष्य की एक झलक है और आने वाले वर्षों में उनसे और भी बड़ी उपलब्धियों की उम्मीद की जा सकती है.
भारत के वी. प्रणव बने विजेता
वहीं इस टूर्नामेंट में भारत के ही वी. प्रणव ने शानदार प्रदर्शन करते हुए 11 में से 10 अंक हासिल कर खिताब पर कब्जा जमाया. अमेरिकी ग्रैंडमास्टर हैंस मोके नीमन और मैग्नस कार्लसन दोनों ने 9.5 अंक प्राप्त किए, लेकिन टाईब्रेक के आधार पर नीमन को दूसरा स्थान मिला.
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