Badminton Player Death: हैदराबाद से एक चौंकाने वाली और दिल दहला देने वाली खबर सामने आई है, जहां बैडमिंटन खेलते वक्त एक 25 साल के युवक की अचानक हार्ट अटैक से मौत हो गई. ये घटना न सिर्फ दुखद है, बल्कि एक गहरी चिंता का विषय भी बन गई है क्योंकि मृतक युवक पूरी तरह से फिट और एक्टिव था. ऐसी घटनाएं अब आम होती जा रही हैं, जहां युवा, तंदुरुस्त नजर आने वाले लोग अचानक दिल का दौरा पड़ने से अपनी जान गंवा रहे हैं.
खेलते-खेलते अचानक गिरे राकेश
हैदराबाद के उप्पल इलाके में स्थित नागोले इंडोर स्पोर्ट्स स्टेडियम में रविवार रात एक दर्दनाक घटना घटित हुई, जिसने सबको झकझोर कर रख दिया. 25 साल के राकेश, जो एक निजी कंपनी में काम करते थे और फिटनेस को लेकर काफी जागरूक थे, की अचानक बैडमिंटन खेलते समय दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई.
हैदराबाद में 25 साल के राकेश badmintion खेलने के दौरान हार्ट से मृत्यु हो गई। pic.twitter.com/eyN5Jpwzbp
— Peak Male Content (@PMALECONTENT) July 28, 2025
घटना के दौरान का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. वीडियो में साफ़ दिखता है कि राकेश खेल के दौरान शटल कॉक उठाने के लिए नीचे झुकते हैं और उसी वक्त अचानक ज़मीन पर गिर जाते हैं. उनके गिरते ही उनके साथी खिलाड़ी चौंक जाते हैं और तुरंत उनके पास भागते हैं. पहले तो दोस्तों को लगा कि वह मज़ाक कर रहे हैं या फिर हल्की चोट लगी होगी, लेकिन जब उन्होंने देखा कि राकेश कोई हरकत नहीं कर रहे, तो स्थिति की गंभीरता का अहसास हुआ.
दोस्तों ने बिना देर किए राकेश को पास के अस्पताल पहुंचाया, लेकिन वहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. प्रारंभिक जांच में डॉक्टरों ने मौत का कारण हार्ट अटैक बताया है. यह खबर सुनते ही परिवार और दोस्तों पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा. जो व्यक्ति कुछ पल पहले ज़िंदादिली से बैडमिंटन खेल रहा था, उसका यूं अचानक चले जाना सबके लिए गहरे सदमे की बात बन गया.
राकेश के दोस्तों और जानने वालों का कहना है कि वह बिल्कुल स्वस्थ और फिट थे. उनका खानपान संतुलित था, नियमित रूप से एक्सरसाइज करते थे और किसी भी प्रकार की गंभीर बीमारी का कोई रिकॉर्ड नहीं था. इस वजह से उनकी अचानक मौत ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं.
युवा मौतों का बढ़ता ग्राफ बना चिंता का विषय
राकेश की मौत एक अलग-थलग घटना नहीं है. पिछले कुछ महीनों में पूरे देश से इस तरह की कई घटनाएं सामने आ चुकी हैं, जहाँ 25 से 35 वर्ष की उम्र के लोग जो दिखने में पूरी तरह से स्वस्थ थे अचानक हार्ट अटैक या कार्डियक अरेस्ट का शिकार हो गए. कई बार ये घटनाएं जिम, खेल के मैदान, शादी समारोह या सामान्य बातचीत के दौरान हुई हैं.
विशेषज्ञों के मुताबिक, कई ऐसे फैक्टर हैं जो युवा उम्र में दिल की बीमारियों का कारण बन सकते हैं जैसे अत्यधिक तनाव, अनियमित नींद, फास्ट फूड और हाई फैट डाइट, अत्यधिक कैफीन या स्टेरॉइड्स का सेवन, और जेनेटिक कारण.
साथ ही, कोविड-19 महामारी के बाद कई मेडिकल स्टडीज में यह सामने आया है कि संक्रमण के बाद शरीर में सूक्ष्म स्तर पर हृदय से जुड़ी समस्याएं रह जाती हैं, जिनका असर समय के साथ दिख सकता है. हालांकि यह पूरी तरह प्रमाणित नहीं है, लेकिन अब कार्डियोलॉजिस्ट इस पर शोध कर रहे हैं.
कई बार ‘साइलेंट हार्ट अटैक’ भी लोगों को बिना किसी चेतावनी के अपनी चपेट में ले लेते हैं. आमतौर पर हम मानते हैं कि हार्ट अटैक से पहले सीने में तेज़ दर्द होगा या पसीना आएगा, लेकिन नए मामलों में ऐसा कुछ नहीं होता व्यक्ति अचानक गिर पड़ता है और मौत हो जाती है.
इससे भी चिंताजनक बात यह है कि अब लोगों का यह सोचना कि “अगर मैं फिट हूं तो मुझे कुछ नहीं होगा”, एक मिथक बनता जा रहा है. फिटनेस ज़रूरी है, लेकिन हार्ट हेल्थ को लेकर विशेष जांच और सतर्कता और भी ज़रूरी हो गई है. ECG, ECHO, लिपिड प्रोफाइल और स्ट्रेस टेस्ट जैसे कार्डियक टेस्ट्स अब सिर्फ बुजुर्गों के लिए नहीं, बल्कि युवाओं के लिए भी अहम हो गए हैं.
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