इस मुकाबले में टॉस जीतकर पेशावर जाल्मी ने पहले बल्लेबाजी का फैसला किया और शुरुआती झटकों के बावजूद मजबूत स्कोर खड़ा किया. कप्तान बाबर आजम का खराब फॉर्म इस बार भी जारी रहा और वह सिर्फ 2 रन बनाकर पवेलियन लौट गए. हालांकि, टीम को संजीवनी दी टॉम कोहलर कैडमोर और मोहम्मद हारिस ने. दोनों ने पारी को संभालते हुए तेजी से रन बटोरे. लेकिन असली धमाका मैच के अंतिम ओवरों में हुआ जब अब्दुल समद और मिचेल ओवेन ने तूफानी बल्लेबाजी करते हुए स्कोर को 227 तक पहुंचा दिया. अब्दुल समद ने मात्र 14 गेंदों में 40 रन बनाते हुए विपक्षी गेंदबाजों की लाइन-लेंथ बिगाड़ दी. ओवेन ने भी उनका भरपूर साथ दिया और 15 गेंदों में 34 रनों की तेज पारी खेली. इन दोनों की साझेदारी ने अंतिम पांच ओवरों में टीम के खाते में 84 रन जोड़ दिए, जिसने मैच का रुख ही बदल दिया.
अली रजा की शानदार गेंदबाजी के ध्वस्त हुए सुल्तान
लक्ष्य का पीछा करने उतरी मुल्तान सुल्तान्स की शुरुआत कुछ हद तक ठीक रही, लेकिन पावरप्ले के बाद पूरी बल्लेबाजी बिखर गई. पहले सात ओवर में 63 रन पर दो विकेट गंवाने के बाद टीम ने अगले 44 रन में अपने आठ विकेट गंवा दिए और पूरी टीम 15.5 ओवर में सिर्फ 107 रन पर सिमट गई. बल्लेबाजों की इस नाकामी के पीछे सबसे बड़ा हाथ पेशावर के 17 वर्षीय युवा तेज गेंदबाज अली रजा का रहा. अली ने अपने चार ओवर के स्पेल में केवल 21 रन देकर चार महत्वपूर्ण विकेट चटकाए और मुल्तान के मिडिल ऑर्डर की कमर तोड़ दी. उन्होंने कामरान गुलाम, माइकल ब्रेसवेल, एश्टन टर्नर और इफ्तिखार अहमद जैसे बल्लेबाजों को पवेलियन भेजा. इसके अलावा आरिफ याकूब ने भी शानदार गेंदबाजी करते हुए 20 रन देकर तीन विकेट लिए.
मुल्तान की ओर से केवल उस्मान खान ने थोड़ी लड़ाई दिखाई, जिन्होंने 22 गेंदों में 44 रन बनाए. उनके अलावा शे होप ने 20 रन और रिजवान ने 15 रन की छोटी पारी खेली, लेकिन कोई भी बल्लेबाज टीम को संकट से उबार नहीं सका. इस हार के साथ मुल्तान को न केवल दो अंक गंवाने पड़े, बल्कि यह पीएसएल इतिहास की रनों के अंतर से सबसे बड़ी हार भी बन गई. अबदुल समद को उनकी धमाकेदार पारी के लिए प्लेयर ऑफ द मैच का खिताब दिया गया.
PSL में सबसे बड़े रन अंतर से जीत का दर्ज करने वाली टीम
साल | टीम | बनाम | जीत का अंतर |
2025 | पेशावर जाल्मी | मुल्तान सुल्तान्स | 120 रन |
2023 | लाहौर कलंदर्स | इस्लामाबाद यूनाइटेड | 119 रन |
2022 | मुल्तान सुल्तान्स | क्वेटा ग्लेडिएटर्स | 117 रन |
2021 | मुल्तान सुल्तान्स | क्वेटा ग्लेडिएटर्स | 110 रन |
पीएसएल 2025 के इस सीजन की बात करें तो अब तक ज्यादातर मुकाबले एकतरफा साबित हुए हैं. शुरुआती तीन मैचों में दो बार लक्ष्य का पीछा करने वाली टीम जीती थी, लेकिन इसके बाद लगातार छह मैचों में पहले बल्लेबाजी करने वाली टीम ने जीत हासिल की है. इनमें से पांच बार तो टीमों ने 200 से अधिक का स्कोर खड़ा किया और किसी भी बार विपक्षी टीम लक्ष्य के करीब तक नहीं पहुंच सकी. यह ट्रेंड साफ इशारा करता है कि इस सीज़न में टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करना फायदे का सौदा साबित हो रहा है.
भारत-पाकिस्तान में दो लीग, लेकिन जलवा एक ही नाम का, छा गए गेंदबाजों की धज्जियां उड़ाने वाले बल्लेबाज
गम और आंसुओं से भरा मैदान, वेस्टइंडीज ने 65 गेंद में 167 रन बना जीत लिया मैच, लेकिन एक चूक…
मिचेल स्टार्क से तुलना पर आवेश खान का रौबदार जवाब, आखिरी लम्हों में मैच बचाने की रणनीति का भी खोला राज