Champions Trophy: अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में अफगानिस्तान की लगातार बढ़ती लोकप्रियता ने महान क्रिकेटरों का ध्यान खींचा है. दक्षिण अफ्रीका के पूर्व तेज गेंदबाज डेल स्टेन (Dale Steyn) ने अगले दशक में आईसीसी टूर्नामेंट जीतने की उनकी क्षमता पर भरोसा जताया है. हालांकि, उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि इसे हकीकत बनाने के लिए, टीम को व्यक्तिगत और सामूहिक रूप से अधिक धैर्य विकसित करना होगा.
2025 आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी के दौरान लाहौर में इंग्लैंड पर रोमांचक जीत के साथ अफगानों ने धमाकेदार प्रदर्शन किया. हालांकि, वे सेमीफाइनल में जगह बनाने से चूक गए. दक्षिण अफ्रीका से शुरुआती हार का सामना करना पड़ा और बारिश के कारण ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उन्हें 1 अंक से संतोष करना पड़ा. 3 प्वाइंट्स के साथ अफगानिस्तान ने गजब का खेल दिखाया. उनके इसी खेल को देखते हुए अफगानस्तान के कोच जोनाथन ट्रॉट ने कहा था कि अब हमें हल्के में नहीं ले सकते. Afghanistan win ICC Trophy next decade.
ईएसपीएनक्रिकइन्फो पर बात करते हुए डेल स्टेन ने कहा, “पहले के दिनों में, बहुत सारे खिलाड़ी काउंटी क्रिकेट खेलने जाते थे या फिर वे अपने कौशल को सुधारने और अपने धैर्य को बेहतर बनाने के लिए प्रथम श्रेणी क्रिकेट खेलने चले जाते. मुझे लगता है कि हम अब ऐसे समय में जी रहे हैं, जहाँ लोग पर्याप्त धैर्य नहीं रखते. हम इंस्टाग्राम स्टोरी पर मुश्किल से दो सेकंड देख पाते हैं और ऐसा लगता है कि अफगानिस्तान के खिलाड़ी भी क्रिकेट खेलते समय ऐसे ही होते हैं.”
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वे चाहते हैं कि चीजें इतनी जल्दी हो जाएं
स्टेन ने आगे कहा, “वे चाहते हैं कि चीजें इतनी जल्दी हो जाएं. यह गेंद विकेट के लिए होनी चाहिए, विकेट लेने के लिए धैर्य नहीं है और कभी-कभी, बल्लेबाज एक जैसे होते हैं, वे पहले ओवर में बल्लेबाजी कर रहे होते हैं. क्रीज में बहुत अधिक हलचल हो रही होती है, इसलिए वे छक्का मारने की कोशिश कर रहे होते हैं और वे खेल को आगे बढ़ाने की कोशिश कर रहे होते हैं.”
धैर्य अफगान खिलाड़ियों को सीखने की जरूरत
डेल स्टेन ने अफगानिस्तान को धैर्य को फोकस बनाते हुए सलाह दी है. उन्होंने कहा, “मुझे लगता है कि उनमें से बहुत से लोग दुनिया भर में टी20 क्रिकेट खेलते हैं, जो बहुत बढ़िया है, यह उनके जेब के लिए बहुत बढ़िया है और उनके लिए सीखने के लिए बहुत बढ़िया है. लेकिन शायद, पांच दिवसीय खेलों में कुछ समय बिताना मददगार हो सकता है, क्योंकि एकदिवसीय क्रिकेट अनिवार्य रूप से टेस्ट मैच का छोटा संस्करण है. इसमें ऐसे क्षण हैं जहाँ टी20 का इस्तेमाल किया जाता है. लेकिन धैर्य सबसे बड़ी चीजों में से एक है जिसे अफगानिस्तान के खिलाड़ियों को सीखने की जरूरत है, और एक बार जब वे इसे सीख लेंगे, तो अगले दशक में, वे निश्चित रूप से ICC टूर्नामेंट जीत सकते हैं.”
अफगानिस्तान के बल्लेबाज इब्राहिम जादरान (Ibrahim Zadran) ने इंग्लैंड के खिलाफ 177 रन की पारी खेलकर धमाका कर दिया है. उन्होंने चैंपियंस ट्रॉफी के इतिहास का सबसे बड़ा व्यक्तिगत स्कोर बनाया. उनके साथ ही सादिकुल्लाह अटल ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 85 रन बनाकर सबको हैरत में डाल दिया. अफगानिस्तान के पास अब राशिद खान जैसे गेंदबाज हैं, तो मोहम्मद नबी जैसे अनुभवी खिलाड़ी. हशमतुल्लाह शाहिदी की कप्तानी में अफगानों ने शानदार खेल दिखाया है. अजमतुल्लाह ओमरजई ने ऑलराउंड प्रदर्शन करके इंग्लैंड को बाहर करने में बड़ा भूमिका निभाई थी. इसको ध्यान में रखते हुए यह माना जा सकता है कि आने वाले समय में निश्चित रूप से वे बड़े मैचों में बड़ा खेल दिखा सकते हैं.
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