आकाश दीप की जिस गेंद पर मचा है बवाल, उस पर आया MCC का बयान, जो रूट हो गए थे क्लीन बोल्ड

ENG vs IND: भारत के खिलाफ दूसरे टेस्ट की दूसरी पारी में जिस गेंद पर इंग्लैंड के धाकड़ बल्लेबाज जो रूट आउट हुए थे, वह आकाश दीप की गेंद थी. कुछ विशेषज्ञों और कमेंटेटरों ने उस गेंद को बैक फुट नो-बॉल करार दिया था. उसके बाद सोशल मीडिया पर बवाल मचा है. अब एमसीसी ने नियमों का हवाला देते हुए उस गेंद का वैध करार दिया है और सभी का मुंह बंद कर दिया है. एमसीसी ही क्रिकेट के नियमों को परिभाषित और संरक्षित करता है.

By AmleshNandan Sinha | July 8, 2025 5:18 PM
an image

ENG vs IND: क्रिकेट के नियमों का संरक्षक मेरिलबोन क्रिकेट क्लब (MCC) ने आकाश दीप की उस गेंद को वैध ठहराया है, जिसपर उन्होंने जो रूट को बोल्ड कर दिया था. उस समय विवाद छिड़ गया था जब रूट क्लीन बोल्ड हो गए, क्योंकि आकाश की उस गेंद को नो-बॉल बताया जाने लगा था. आकाश द्वारा रूट को 16 गेंदों पर मात्र 6 रन पर आउट करने के कुछ ही क्षणों बाद, बीबीसी टीएमएस कमेंटेटर एलिसन मिशेल ने बताया कि यह बैक-फुट नो-बॉल थी, जिससे संकेत मिलता है कि अंपायरिंग की गलती के कारण इंग्लैंड को एक महत्वपूर्ण विकेट गंवाना पड़ा. मिशेल की टिप्पणी ने फैंस को नाराज कर दिया और भारतीय प्रशंसक इसकी आलोचना करने लगे. अब एमसीसी ने स्पष्ट किया कि जो बात मायने रखती है वह यह है कि पैर पहले कहां पड़ता है. जब तक संपर्क का प्रारंभिक बिंदु रिटर्न क्रीज के पीछे है, तब तक डिलीवरी वैध है, भले ही पैर बाद में उस पर फिसल जाए. MCC statement on Akash Deep no ball controversy Joe Root clean bowled

एमसीसी ने दिखा दिया आईना

एमसीसी के प्रवक्ता ने क्रिकबज को बताया, ‘पिछले सप्ताह इंग्लैंड के खिलाफ भारत के टेस्ट मैच के चौथे दिन आकाश दीप की गेंद पर जो रूट के आउट होने पर सवाल उठाए गए थे, कुछ प्रशंसकों और कमेंटेटरों का मानना ​​था कि यह नो बॉल थी. जबकि दीप असामान्य रूप से क्रीज पर बाहर उतरे और उनका पिछला पैर रिटर्न क्रीज के बाहर जमीन को छूता हुआ दिखाई दिया, तीसरे अंपायर ने नो बॉल नहीं दी. एमसीसी को यह स्पष्ट करने में खुशी हो रही है कि यह कानून के हिसाब से एक सही निर्णय था.’ टीम इंडिया ने उस मैच को 336 रनों से जीता और सीरीज 1-1 से बराबर कर ली. आकाश ने दोनों पारियों में 10 विकेट चटकाए.

क्या कहते हैं नो-बॉल के नियम

एमसीसी ने बैक-फुट नो-बॉल से संबंधित कानून का हवाला देते हुए कहा कि कानून 21.5.1 में कहा गया है, ‘किसी गेंद को पैरों के संबंध में निष्पक्ष बनाने के लिए, गेंद फेंकने के दौरान गेंदबाज का पिछला पैर उसकी बताई गई गेंद फेंकने की शैली से संबंधित रिटर्न क्रीज के भीतर होना चाहिए और उसे छूना नहीं चाहिए. एमसीसी ने हमेशा उस क्षण को, जब बैकफुट जमीन पर आता है, जमीन के साथ संपर्क का पहला बिंदु माना है. जैसे ही पैर का कोई हिस्सा जमीन को छूता है, वह पैर जमीन पर आ जाता है और उस समय पैर की स्थिति को बैकफुट नो बॉल के लिए माना जाता है.

जो रूट के रूप में इंग्लैंड को लगा बड़ा झटका

एमसीसी ने स्पष्ट किया, ‘जिस समय दीप का पैर पहली बार जमीन पर लगा, उस समय पिछला पैर अंदर था और रिटर्न क्रीज को नहीं छू रहा था. हो सकता है कि उसके पैर का कुछ हिस्सा बाद में क्रीज के बाहर जमीन को छू गया हो – यह इस कानून के लिए प्रासंगिक नहीं है. लैंड के समय वह क्रीज के भीतर था और इसलिए इसे सही मायने में वैध डिलीवरी माना गया.’ रूट का आउट होना भारत के लिए एक बड़ी सफलता थी. रूट के आउट होने से इंग्लैंड के तीन विकेट सिर्फ 72 रन पर गिर गए, जबकि उसे 608 रनों का लक्ष्य मिला था. तीसरा टेस्ट मैच गुरुवार, 10 जुलाई को लॉर्ड्स में शुरू होगा.

ये भी पढ़ें…

लगातार तीन मैचों में सेंचुरी, 350 रन और 10 विकेट से मची खलबली, इंग्लैंड में गजब चमक रहे मुशीर खान

युवराज से लेकर धोनी तक, सौरव गांगुली की कप्तानी में डेब्यू करने वाले 15 खिलाड़ी, देखें लिस्ट

‘यह एक ब्लॉकबस्टर होगा’, ब्रेंडन मैकुलम ने रखी डिमांड, तीसरे टेस्ट में ऐसी पिच चाहता है इंग्लैंड

संबंधित खबर
संबंधित खबर और खबरें

 

 

होम E-Paper News Snaps News reels
Exit mobile version