सबसे ज्यादा रन लुटाने वाले प्रसिद्ध कृष्णा का कन्फेस, इस वजह से नहीं कर पाए सही गेंदबाजी

IND vs ENG: टीम इंडिया के तेज गेंदबाज प्रसिद्ध कृष्णा ने इंग्लैंड के खिलाफ पहले टेस्ट मुकाबले में खराब गेंदबाजी की जिम्मेदारी ली है. उन्होंने कहा कि वह जैसा चाहते थे, वैसी गेंदबाजी नहीं कर पाए. कृष्णा ने दोनों पारियों में 6 से ज्यादा की इकॉनमी से रन लुटाए और इस वजह से आखिरी दिन इंग्लैंड ने 5 विकेट से मुकाबला जीत लिया.

By AmleshNandan Sinha | June 28, 2025 6:15 PM
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IND vs ENG: टीम इंडिया के तेज गेंदबाज प्रसिद्ध कृष्णा ने इंग्लैंड के खिलाफ पहले टेस्ट मैच में खराब प्रदर्शन के दौरान सही लेंथ से गेंदबाजी करने में नाकाम रहने की पूरी जिम्मेदारी लेते हुए कहा कि वह हर समय अपनी गेंदबाजी में संयम बरतने की कोशिश कर रहे थे. लीड्स में सीरीज के पहले मैच में 200 से अधिक रन लुटाने के बाद कई पूर्व खिलाड़ियों ने प्रसिद्ध की आलोचना की थी. भारत यह मैच पांच विकेट से हार गया था. प्रसिद्ध ने संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘(लीड्स) टेस्ट की पहली पारी में मैंने जरूरत से ज्यादा शॉट गेंद डाली. दूसरी पारी में यह थोड़ा बेहतर रहा और विकेट थोड़ा धीमा था.’ उन्होंने कहा, ‘मैंने निश्चित रूप से उस लंबाई पर गेंदबाजी नहीं की जो मैं करना चाहता था. मुझे सही लंबाई से सामंजस्य बिठाने में कुछ समय लगा. मुझे हालांकि एक पेशेवर के रूप में ऐसा करने में सक्षम होना चाहिए. मैं इसकी पूरी जिम्मेदारी लेता हूं और शायद अगली बार इसे बेहतर तरीके से कर पाऊं.’ Prasidh Krishna confessed that he was not able to bowl properly

6 से ज्यादा की इकॉनमी से प्रसिद्ध ने लुटाए रन

प्रसिद्ध ने पहली पारी में 20 ओवरों में 6.40 की इकॉनमी से 128 रन दिए, जो एक पारी में कम से कम 20 ओवर गेंदबाजी करने वाले किसी भारतीय गेंदबाज द्वारा सबसे खराब आंकड़ों में से एक है. उन्होंने इस दौरान ओली पोप, हैरी ब्रुक और जेमी स्मिथ के विकेट लिए. कर्नाटक के इस गेंदबाज ने दूसरी पारी में जैक क्रॉउली और पोप के विकेट जल्दी-जल्दी लेकर भारत को उम्मीद दी, लेकिन उनका इकॉनमी रेट फिर से छह (6.10) से ऊपर रहा. उन्होंने 15 ओवरों में 92 रन दिए. प्रसिद्ध ने कहा, ‘मैं जब भी गेंदबाजी के लिए आता हूं तो मेरी कोशिश मेडन ओवर डालने की होती है. मैं वास्तव में बल्लेबाजों को आसानी से रन बनाने का मौका देने से बचना चाहता हूं. उस मैदान की आउटफील्ड तेज थी. ईमानदारी से कहूं तो मैंने जिस लंबाई और दिशा में गेंदबाजी की वह ज्यादातर समय सही नहीं थी. इसमें से कुछ ऐसे रन भी थे जो बल्ले के बाहरी या अंदरुनी किनारे से लग कर आये थे.’

तेज हवा से गेंदबाजों को हो रही थी परेशानी

उन्होंने कहा, ‘मैंने कई बार बाउंसर डालने की कोशिश की लेकिन उस पर रन बन गये. मैं निश्चित रूप से जब गेंदबाजी करने आता हूं तो रन गति पर लगाम लगाकर दबाव बनाने की कोशिश करता हूं.’ हेडिंग्ले (लीड्स) में तेज हवा चल रही थी और इसने गेंदबाजों और क्षेत्ररक्षकों का काम मुश्किल कर दिया. प्रसिद्ध ने कहा, ‘आप एक समान गति में रनअप लेना चाहते हैं लेकिन वहां हवा कभी तेज तो कभी धीमी गति से चल रही थी ऐसे में रनअप से सामंजस्य बनाने में परेशानी हो रही थी.’ इंग्लैंड में आसमान में बादल छाये रहने पर गेंदबाजों को पिच से मदद मिलती है लेकिन प्रसिद्ध ने कहा कि बार-बार बारिश ने गेंदबाजों के लिए परिस्थितियों मुश्किल बना दी थी.

बार-बार गीली हो रही थी गेंद

उन्होंने कहा, ‘गेंद मैदान पर घास से गुजरने के बाद गीली हो जा रही थी. गेंद समय से पहले नरम हो गयी और उसकी चमक भी खत्म हो गयी. इससे भी गेंदबाजों को परेशानी का सामना करना पड़ा.’ उन्होंने कहा, ‘अगर बादल होंगे तो स्विंग होगी. अगर धूप होगी तो स्विंग नहीं होगी. हम ऐसे में सही दिशा में गेंदबाजी करने की कोशिश कर रहे थे. गेंद के नरम होने के बाद पिच से पर्याप्त मदद नहीं मिल रही थी. इस 29 वर्षीय तेज गेंदबाज ने कहा कि मैच हारने के बावजूद भारतीय ड्रेसिंग रूम में माहौल बहुत सकारात्मक था. उन्होंने कहा, ‘ड्रेसिंग रूम में सभी खुश है और सकारात्मक माहौल है. हमारे पता है कि हमारे लिये यह अवसर क्या मायने रखता है. मुझे लगता है कि हमारे पास एक योजना थी. हम कुछ करना चाहते थे और हमने इसे करने का प्रयास किया. हमने दो बार लगातार दो-दो विकेट चटकाकर मैच में बने हुए थे.’

बल्लेबाजी पर भी टीम कर रही काम

सीरीज के शुरुआती टेस्ट मैच में भारत का निचला क्रम बल्लेबाजी में बुरी तरह विफल रहा लेकिन प्रसिद्ध ने कहा कि टीम नेट सत्र में इस पर काम कर रही है. भारतीय टीम ने मैच की पहली पारी में 41 रन पर आखिरी सात जबकि दूसरी पारी में 32 रन पर आखिरी छह विकेट गंवा दिये थे. प्रसिद्ध ने कहा, ‘निचले क्रम के बल्लेबाजों के रूप में हम निश्चित रूप से काम कर रहे हैं. आप हमारे नेट सत्रों को देखें तो हम कड़ी मेहनत कर रहे हैं.’ उन्होंने कहा, ‘मुझे लगता है कि यह मानसिक मजबूती और खुद पर भरोसा करने के बारे में है. आपके पास जो कौशल है उस पर भरोसा करें और थोड़ी देर के लिए क्रीज पर टिके रहे. हम इस दिशा में काम कर रहे हैं.’ पांच मैचों की इस सीरीज का दूसरा टेस्ट दो जुलाई से एजबेस्टन में खेला जायेगा.

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