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रिजर्व डे में आयोजित होगा मैच
अगर फाइनल मुकाबले के दौरान बारिश आई, तो आईसीसी के नियम के अनुसार, मैच को पुनर्निर्धारित किया जा सकता है. ओवरों की कटौती की जाएगी, और कम से कम 20-20 ओवर दोनों टीमों को दिए जाएंगे. इस समय तक मैच शुरू नहीं हो पाता है, तो रिजर्व डे (10 मार्च) पर मैच को फिर से आयोजित किया जाएगा.
सुपर ओवर से निकलेगा नतीजा
अगर बारिश के कारण मैच ड्रॉ या टाई हो जाता है, तो मैच का फैसला सुपर ओवर से होगा. दोनों टीमों को एक-एक ओवर खेलने का मौका मिलेगा. जो टीम इस एक ओवर में सबसे अधिक रन बनाएगी, वही विजेता घोषित होगी.
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समस्या के लिए तैयार है ICC
जी हां! आईसीसी ने रिजर्व डे का इंतजाम किया है ताकि अगर फाइनल मैच बारिश से प्रभावित हो तो 10 मार्च को मुकाबला दोबारा हो सके. तो, उम्मीद है कि इस रोमांचक फाइनल में बारिश का कोई असर ना हो, और हम इस महाकुंभ का पूरा आनंद ले सकें. अब बस इस चमत्कारी मुकाबले का इंतजार है, जो फाइनल में भारत और न्यूजीलैंड के बीच एक और ऐतिहासिक टकराव बन सकता है.
2002 चैंपियंस ट्रॉफी में बारिश से धुल गया था फाइनल
अगर 2002 के चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल की तरह बारिश के कारण मैच ना हो पाया तो आईसीसी के नियमों के अनुसार दोनों टीमों को संयुक्त विजेता घोषित कर दिया जाएगा. इस स्थिति में पहले खेले गए मैचों के आधार पर फैसला नहीं लिया जाएगा, बल्कि जो टीम उस दिन ज्यादा मजबूत होगी, वही चैंपियन मानी जाएगी.
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