मंधाना का बैक टू बैक सेंचुरी
पारी की शुरुआत स्मृति मंधाना ने काफी सतर्कता के साथ की. पहले पावरप्ले के दौरान वह काफी संभलकर खेल रही थीं. भारत ने ओपनर शेफाली वर्मा को जल्दी खो दिया, जिसके बाद मंधाना ने एक छोर को थामे रखा. पावर प्ले में मंधाना ने 40 गेंदों पर 19 रन बनाए. इसके बाद उन्होंने गेंदबाजों पर हावी होना शुरू किया और अपने स्ट्राइक रेट को 100 के आसपास रखा. उनके संयमित ढंग से सिर्फ 103 गेंदों में अपना शतक पूरा किया. 120 गेंदों पर 136 रन बनाए. अपनी पारी में मंधाना ने 18 चौके और दो छक्के जड़े.
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आखिरी 10 ओवर में भारत ने 100 से ज्यादा रन जोड़े
आज की पारी देखकर ऐसा लगा कि मंधाना धीमा और तेज दोनों तरीके से बल्लेबाजी कर सकती है. कपतान हरमनप्रीत कौर ने भी उनका भरपूर साथ दिया और नाबाद शतक जड़ा. भारत ने 40वें ओवर में ही 200 रन का आंकड़ा पार कर लिया और एक मजबूत स्कोर के लिए नींव रखी. आखिरी के 10 ओवरों में भारत ने 100 से ज्यादा रन जोड़े. हरमनप्रीत ने 87 गेंदों पर शतक जड़ा. हालांकि, मंधाना 46वें ओवर में नॉनकुलुलेको म्लाबा की गेंद को कवर क्षेत्र में मारने के प्रयास में 120 गेंदों पर 136 रन बनाकर आउट हो गईं.
दक्षिण अफ्रीका ने सीरीज गंवाया
भारत ने मंधाना और कप्तान कौर के शतकों की मदद से 50 ओवर में तीन विकेट पर 325 रन का विशाल स्कोर बनाया. जवाब में दक्षिण अफ्रीका की शुरुआत काफी खराब रही. वह बड़े लक्ष्य का पीछा करते हुए दबाव में दिख रहा था. कप्तान लौरा ने एक छोर से शानदार बल्लेबाजी की. उन्होंने नाबाद शतक जड़ा, लेकिन अपनी टीम को जीत नहीं दिला पाईं. दक्षिण अफ्रीका को जीत के लिए आखिरी ओवर में 11 रनों की जरूरत थी, लेकिन पूजा वस्त्राकर ने कमाल की गेंदबाजी की और 6 रन देकर दो विकेट चटकाए. दक्षिण अफ्रीका यह मुकाबला 4 रनों से हार गया और सीरीज भी गंवा दी. अब आखिरी वनडे एक औपचारिकता मात्र है.