किसने सुधारी कुलदीप यादव की गेंदबाजी, ‘चाइनामैन’ ने खुद बताया उस दिग्गज का नाम, कहा- वो अपने समय से…

Kuldeep Yadav: क्रिकेट में स्पिन गेंदबाजी केवल कला ही नहीं, बल्कि रणनीति का भी खेल है, जहां सही लेंथ पर गेंदबाजी करना बेहद महत्वपूर्ण होता है. भारत के कलाई के स्पिनर कुलदीप यादव अपने गेंदबाजी सुधार का श्रेय वेस्टइंडीज के दिग्गज सुनील नारायण को देते हैं. केकेआर में लंबे समय तक साथी रहे नारायण ने कुलदीप को लेंथ गेंदबाजी के महत्व को सिखाया.

By Anant Narayan Shukla | March 30, 2025 2:33 PM
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Kuldeep Yadav: क्रिकेट में स्पिन गेंदबाजी सिर्फ कला नहीं बल्कि रणनीति का भी खेल है, और इसमें सही लेंथ पर गेंदबाजी करना एक बड़ा अंतर पैदा कर सकता है. भारत के अनुभवी कलाई के स्पिनर कुलदीप यादव मानते हैं कि उनकी गेंदबाजी में सुधार का श्रेय वेस्टइंडीज के दिग्गज स्पिनर सुनील नारायण को जाता है. कुलदीप और नारायण लंबे समय तक कोलकाता नाइट राइडर्स (केकेआर) में साथी खिलाड़ी रहे, जहां इस कैरेबियाई स्पिनर ने उन्हें लेंथ गेंदबाजी के महत्व को सिखाया.

वर्तमान में दिल्ली कैपिटल्स की ओर से खेल रहे कुलदीप यादव ने जियोहॉटस्टार में एक इंटरव्यू में कहा, “एक गेंदबाज के रूप में आपको हमेशा खेल पर हावी होने की मानसिकता रखनी चाहिए. जसप्रीत बुमराह और सुनील नारायण जैसे गेंदबाज लगातार यही करते आए हैं. जब मैं केकेआर में था, तब मैंने सुनील नारायण से बहुत कुछ सीखा. वह अपने समय से आगे थे और हमेशा लेंथ गेंदबाजी पर जोर देते थे.” IPL 2025.

कुलदीप ने स्वीकार किया कि शुरुआत में वह केवल अपनी गेंदबाजी के कौशल पर निर्भर थे, लेकिन चोट से वापसी के बाद उन्हें एहसास हुआ कि सही लेंथ पर गेंद डालना कितना महत्वपूर्ण है. उन्होंने कहा, ‘‘उस समय मुझे लगता था कि मैं केवल अपने कौशल पर भरोसा कर सकता हूं लेकिन अब मुझे लगता है कि वह बिल्कुल सही थे. चोट से वापसी के बाद से मैंने अपनी लेंथ पर बहुत ध्यान दिया है और इससे काफी फर्क पड़ा है.’’ इसी का असर हाल ही में हुए आईपीएल मुकाबले में भी दिखा, जब उन्होंने विशाखापत्तनम में लखनऊ सुपर जाइंट्स के खिलाफ 20 रन देकर दो विकेट चटकाए और अपनी टीम दिल्ली कैपिटल्स को एक विकेट से रोमांचक जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई.

आईपीएल में लगातार अच्छा प्रदर्शन करना गेंदबाजों के लिए आसान नहीं होता, खासकर जब हर टीम में खतरनाक बल्लेबाज मौजूद हों. कुलदीप इस चुनौती को स्वीकारते हुए कहते हैं, “आईपीएल गेंदबाजों के लिए बेहद कठिन टूर्नामेंट है. यह अत्यधिक प्रतिस्पर्धी है. आप विकेट तो ले सकते हैं, लेकिन छह या सात रन प्रति ओवर की इकोनॉमी बनाए रखना हमेशा संभव नहीं होता. इतने उच्च गुणवत्ता वाले बल्लेबाजों के सामने यह एक कठिन प्रारूप है.”

कुलदीप यादव की यह स्वीकारोक्ति इस बात का प्रमाण है कि सही मार्गदर्शन और अनुभव से कोई भी खिलाड़ी अपने खेल में सुधार कर सकता है. सुनील नारायण जैसे अनुभवी खिलाड़ियों से मिली सीख ने कुलदीप को एक और बेहतर और प्रभावी स्पिनर बना दिया है, जिसका असर उनके मौजूदा प्रदर्शन में साफ नजर आ रहा है.

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