इस रोमांचक मुकाबले के बाद हार्दिक पांड्या ने कहा, “कैच ने हमसे मैच नहीं छुड़वाया, लेकिन नो-बॉल्स, मेरी नो-बॉल्स और आखिरी में जो नो-बॉल हुई, मेरे हिसाब से टी20 में ये अपराध है और अक्सर ये आपको नुकसान पहुंचाता है. लेकिन मैं लड़कों से बहुत खुश हूं कि उन्होंने 120 प्रतिशत दिया, मैच में बने रहे और कभी हार नहीं मानी.” हार्दिक ने माना कि उनकी टीम 20 से 30 रन कम बना पाई लेकिन अपने गेंदबाजों की दिलेरी की तारीफ की.
उन्होंने कहा, “हां, ये हार कड़वी जरूर है. हम उस स्कोर के साथ भी लड़े. ज्यादातर समय हम मैच से बाहर थे, लेकिन हमने एकजुट होकर मुकाबला किया. यह बेहद नजदीकी मुकाबला था.” उन्होंने आगे कहा, “यह विकेट 150 का नहीं बल्कि 175 रन का था. हम बल्लेबाजी में 20-25 या शायद 30 रन पीछे रह गए. गेंदबाजों को श्रेय जाता है. उन्होंने अंत तक लड़ाई लड़ी, लेकिन हम काम खत्म नहीं कर सके,”
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पूरा मुकाबला बारिश के कारण बार-बार रोका गया. हार्दिक ने माना कि ये रुकावटें आदर्श नहीं थीं, लेकिन खेल तो जारी रखना ही था. उन्होंने अंत में कहा, “पहली पारी में मैदान गीला नहीं था, लेकिन उसके बाद लगातार गेंद गीली होती रही. नहीं पता कि इससे हमें फायदा हुआ या नुकसान, लेकिन यह मुश्किल था. बारिश आती रही, रुक-रुककर खेलना आसान नहीं होता. लेकिन खेल तो खेल है, हमें खेलना ही था और हमने पूरी कोशिश की.”
प्लेऑफ की होड़ में यह मुकाबला बेहद अहम था, जहां बारिश ने कुछ देर के लिए मुंबई के पक्ष में रुख कर लिया था. 18वें ओवर के बाद जब बारिश शुरू हुई, तब मुंबई DLS के तहत पांच रन से आगे थी. उस वक्त मुंबई के खिलाड़ी ड्रेसिंग रूम में आराम कर रहे थे, जबकि गुजरात के खिलाड़ी मौके का फायदा उठाने को पूरी तरह तैयार नजर आ रहे थे. मौसम ने इतना समय छोड़ दिया कि विजेता तय करने के लिए एक ओवर का मुकाबला कराया जा सका. गुजरात को अंतिम छह गेंदों में 15 रन चाहिए थे, वहीं मुंबई को स्लो ओवर रेट के चलते दंडित किया गया था और वे केवल चार फील्डरों को सर्कल के बाहर रख सकते थे.
कई गलतियां हुईं मुंबई इंडियंस से
दीपक चाहर को अंतिम ओवर की जिम्मेदारी सौंपी गई. उन्होंने एक चौका और फिर एक ऊंचा छक्का खा लिया, जिससे समीकरण तीन गेंदों में पांच रन का रह गया. इसके बाद उन्होंने नो-बॉल फेंकी, जिससे पूरा मोमेंटम गुजरात की ओर चला गया. दीपक की इस निर्णायक नो-बॉल के अलावा, हार्दिक पांड्या भी अपनी 11 गेंदों के आठवें ओवर में दो बार क्रीज पार कर गए. इसके अलावा, मुंबई इंडियंस ने गुजरात के कप्तान शुभमन गिल का कैच भी छोड़ दिया, जब वह अश्विनी कुमार की गेंद पर शॉट खेलकर झिझकते हुए आउट होने वाले थे. तिलक वर्मा ने दौड़कर कैच पकड़ने की कोशिश की लेकिन मौका गंवा दिया.
मुंबई ने गेंदबाजी में जबरदस्त जज्बा दिखाया, जबकि बल्लेबाजी में उनकी हालत खराब रही. स्टार बल्लेबाज नाकाम रहे लेकिन विल जैक्स (53), सूर्यकुमार यादव (35) और कॉर्बिन बॉश (27) की दमदार और किस्मत से भरी पारियों की बदौलत टीम 155/8 तक पहुंच सकी. जिसके जवाब में गुजरात ने 7 विकेट खोकर 19 ओवर में 147 रन बनाए. इस जीत के बाद गुजरात टाइटंस पॉइंट्स टेबल में टॉप पर पहुंच गया है.
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