IPL Impact Player Rule: आईपीएल के इम्पैक्ट प्लेयर नियम को लेकर शुरू से ही अलग अलग तरह की प्रतिक्रियाएँ देखने सुनने को मिली हैं. जहाँ एक ओर इसे टीमों को अधिक लचीला बनाने और परिस्थितियों के अनुसार सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों का उपयोग करने की रणनीति के रूप में सराहा गया है, वहीं दूसरी ओर इसकी आलोचना भी हुई है. इस नियम के चलते विशेषज्ञ बल्लेबाजों और गेंदबाजों के बढ़ते उपयोग के कारण ऑलराउंडरों के विकास में बाधा आ सकती है. साथ ही, इस नियम को खेल को अत्यधिक बल्लेबाजों के अनुकूल बनाने और उच्च स्कोरिंग मुकाबलों को बढ़ावा देने के लिए भी जिम्मेदार ठहराया जा रहा है. अब भारतीय क्रिकेट के दिग्गज और कैप्टन कूल महेंद्र सिंह धोनी ने इस पर अपनी राय रखी है.
भारतीय विश्व कप विजेता कप्तान और चेन्नई सुपर किंग्स के विकेटकीपर-बल्लेबाज एमएस धोनी ने इम्पैक्ट प्लेयर नियम पर अपनी राय व्यक्त करते हुए कहा कि उच्च स्कोर वाले मैच केवल इस नियम का परिणाम नहीं हैं, बल्कि यह खिलाड़ियों की फिटनेस और आराम के स्तर से अधिक जुड़ा हुआ है. जियोहॉटस्टार पर ‘द एमएसडी एक्सपीरियंस’ में नियम के बारे में बोलते हुए, धोनी ने कहा कि जब इसे 2023 में लाया गया था, तो इसकी वास्तव में आवश्यकता नहीं थी. उन्होंने यह भी कहा कि नियम उनकी मदद करता है और साथ ही साथ नहीं भी करता है. उन्होंने कहा, “जब यह नियम लागू किया गया, तो मुझे लगा कि उस समय इसकी वास्तव में जरूरत नहीं थी. एक तरह से, यह मेरी मदद करता है, लेकिन साथ ही, यह नहीं भी करता है. मैं अभी भी अपनी विकेटकीपिंग करता हूं, इसलिए मैं कोई इंपैक्ट प्लेयर नहीं हूं. मुझे खेल में शामिल होना पड़ता है.” MS Dhoni Comment on Impact Player Rule.
आईपीएल के इस सीजन में ही दो खिलाड़ियों ने अपने प्रदर्शन से से अपनी टीमों के लिए अहम योगदान दिया. जिसमें मुंबई के लिए विग्नेश पुथुर और दिल्ली कैपिटल्स के लिए आशुतोष शर्मा ने क्रमशः गेंदबाजी और बल्लेबाजी में धमाल मचा दिया. धोनी ने इस पर कहा, “बहुत से लोग कहते हैं कि इस नियम के कारण ज्यादा हाई-स्कोरिंग खेल हो गए हैं. मेरा मानना है कि यह ज्यादातर परिस्थितियों और खिलाड़ियों के सहजता के कारण है. रन बनाने की संख्या सिर्फ एक अतिरिक्त बल्लेबाज की वजह से नहीं है. यह मानसिकता के बारे में है- टीमों को अब एक अतिरिक्त बल्लेबाज की सुविधा है, इसलिए वे ज्यादा आक्रामक तरीके से खेलते हैं. ऐसा नहीं है कि सभी चार या पाँच अतिरिक्त बल्लेबाजों का इस्तेमाल किया जा रहा है- यह सिर्फ उनके होने का आत्मविश्वास है. इस तरह से टी20 क्रिकेट विकसित हुआ है.”
धोनी के अलावा इस नियम की भारत के टेस्ट और वनडे कप्तान रोहित शर्मा और स्टार ऑलराउंडर हार्दिक पंड्या जैसे खिलाड़ियों ने भी आलोचना की है. इन दोनों का मानना है कि इससे ऑल राउंडर प्रभावित हो रहे हैं क्योंकि टीम इंपैक्ट प्लेयर की भूमिका के लिए आक्रामक बल्लेबाजों को चुन रही हैं. धोनी ने कहा कि इस नियम से टीमों को कड़ी परिस्थितियों में एक अतिरिक्त बल्लेबाज रखने का मौका मिल रहा है.
धोनी से इस दौरान चिर-प्रतिद्वंद्वी और पाँच बार की चैंपियन मुंबई इंडियंस के खिलाफ बल्लेबाजी करने में उनकी खूबी निखर कर आती है. इस पर धोनी ने कहा कि उनके लिए विरोधी कोई मायने नहीं रखते और वह सभी टीमों के खिलाफ अच्छा प्रदर्शन करना चाहते हैं. धोनी ने कहा, “ऐसा कुछ नहीं है. एक बल्लेबाज के तौर पर मैं सभी टीमों के खिलाफ अच्छा प्रदर्शन करना चाहता हूं. जिस टीम के खिलाफ मैं बल्लेबाजी कर रहा हूं, वह टीम मुझसे क्या चाहती है? उसके हिसाब से आप बल्लेबाजी करने और अच्छा प्रदर्शन करने की कोशिश करते हैं. मुझे नहीं लगता कि इसमें कोई प्रतिद्वंद्विता है.” धोनी ने यह भी स्पष्ट किया कि उनके लिए व्यक्तिगत रूप से विपक्ष मायने नहीं रखता था, बल्कि खेल जीतना ज्यादा जरूरी था, चाहे वह मुंबई हो या कोई और टीम.
अपने शुरुआती मुकाबले में MI के खिलाफ जीत के बाद, CSK का अगला मैच 28 मार्च को चेन्नई के चेपक के अपने घरेलू मैदान पर रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) के खिलाफ होगा. चेन्नई में खेले गए आईपीएल के इस एल क्लासिको मैच में चेन्नई ने 4 विकेट से जीत दर्ज की.
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