‘जैसे गहरे समंदर में धकेल दिया…’, पहले टेस्ट में गिल की कप्तानी पर बोले कोच गंभीर
Gautam Gambhir on Shubman Gill's 1st Test as Captain: इंग्लैंड के खिलाफ पहले टेस्ट में कप्तान के रूप में शुभमन गिल की शुरुआत हार के साथ हुई, जहां भारत ने ज्यादातर समय मुकाबले पर पकड़ बनाए रखी थी. चौथे दिन तक भारत जीत की ओर अग्रसर था, लेकिन लोअर ऑर्डर की नाकामी और इंग्लैंड की शानदार रन चेज ने मैच पलट दिया. कोच गौतम गंभीर ने गिल का बचाव करते हुए कहा कि उन्हें समय दिया जाना चाहिए क्योंकि यह सिर्फ उनकी कप्तानी की शुरुआत है.
By Anant Narayan Shukla | June 25, 2025 10:55 AM
Gautam Gambhir on Shubman Gill’s 1st Test as Captain: गिल को टेस्ट क्रिकेट के कड़े और कठोर सच का सामना करना पड़ा. यह मुकाबला गिल के कप्तानी कार्यकाल की शुरुआत थी, जो कड़वे अनुभव के साथ शुरू हुआ. इंग्लैंड के खिलाफ हेडिंग्ले में खेले गए पहले टेस्ट में भले ही भारत ने मुकाबले के ज्यादातर हिस्से में इंग्लैंड पर दबदबा बनाए रखा, लेकिन अंत में हार गिल और टीम इंडिया का हिस्सा बनी. भारत ने चौथे दिन के मध्य में मैच पर पकड़ मजबूत कर ली थी और 2002 के बाद पहली बार इस मैदान पर जीत की ओर बढ़ता दिख रहा था. लेकिन दूसरी बार लोअर ऑर्डर के पतन और इंग्लैंड की उम्दा रन चेज ने भारत को हार के मुहाने पर ला खड़ा किया. मुख्य कोच गौतम गंभीर ने पांच विकेट की करारी हार के बाद भारत के टेस्ट कप्तान शुभमन गिल को समय देने की अपील की है.
गिल के कप्तानी युग की शुरुआत रोहित शर्मा और विराट कोहली जैसे दिग्गज बल्लेबाजों के बिना हुई, लेकिन यह काफी निराशाजनक रही. बावजूद इसके, गंभीर ने गिल की कप्तानी को शानदार बताया और आलोचकों को याद दिलाया कि गिल के पास एक सफल कप्तान बनने की सारी योग्यताएं हैं. गंभीर ने मैच के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, “देखिए, पहला टेस्ट मैच था, जाहिर तौर पर थोड़ी घबराहट होती है. ये बहुत बड़ा सम्मान है. जैसा कि उसने खुद भी कहा, टेस्ट टीम की कप्तानी करना बहुत कम लोगों को मिलता है और उसने शानदार काम किया. सबसे अहम बात, पहली पारी में उसने जिस तरह से बल्लेबाजी की, वो काबिल-ए-तारीफ थी. मैं मानता हूं कि एक कप्तान के रूप में डेब्यू करते वक्त उसके मन में थोड़ी घबराहट रही होगी, लेकिन फिर भी उसने शतक जड़ा.”
ये ऐसे मैदान जहां कप्तानी करना मुश्किल- गौतम गंभीर
उन्होंने आगे कहा, “इसलिए, जो कुछ भी एक सफल कप्तान बनने के लिए जरूरी है, वो सब उसके अंदर है बस हमें उसे थोड़ा समय देना होगा. ये अभी शुरुआती दौर है और ये उसका पहला मैच था. मुझे यकीन है कि वो बेहतर होता जाएगा और ये ऐसे मैदान हैं जहां कप्तानी करना बेहद मुश्किल होता है, जैसे किसी को गहरे समंदर में धकेल दिया जाए. लेकिन मुझे पूरा भरोसा है कि वो एक प्रोफेशनल कप्तान के तौर पर उभरेगा.”
गिल ने शानदार बल्लेबाजी की
जहां गिल की ऑन-फील्ड कप्तानी को कई लोगों ने आलोचना की नजर से देखा, वहीं पहली पारी में उनकी बल्लेबाजी ने आलोचकों को चुप करा दिया. गिल ने इंग्लैंड की अनुभवहीन तेज गेंदबाजी के खिलाफ शानदार बल्लेबाजी करते हुए अपने उपकप्तान ऋषभ पंत के साथ मिलकर 195 रनों की साझेदारी की और शानदार शतक जड़ा. 25 वर्षीय गिल 150 के करीब पहुंच चुके थे, लेकिन एक शॉट के चक्कर में गेंद को डीप स्क्वायर की दिशा में खेल बैठे और जोश टंग ने कैच पकड़ लिया. गिल की पारी 147 रन (227 गेंद) पर समाप्त हुई.
इंग्लैंड ने हासिल की चेज की दूसरी सबसे बड़ी जीत
दूसरी पारी में वह 8 रन (16 गेंद) बनाकर बोल्ड हो गए. हालांकि, केएल राहुल और ऋषभ पंत के शतक की बदौलत भारत ने दूसरी पारी में 364 रन बनाए. इंग्लैंड को जीत के लिए 371 रन का लक्ष्य मिला था, जिसे बेन डकेट की तूफानी 149 रन की पारी और जो रूट के नाबाद 53 रनों की बदौलत मेजबान टीम ने हासिल कर लिया. यह इंग्लैंड की टेस्ट क्रिकेट में दूसरी सबसे बड़ी रन चेज बन गई.