हसीन जहां ने शमी के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में दायर की याचिका
हसीन जहां ने अपनी याचिका में कलकत्ता हाईकोर्ट के उस आदेश को चुनौती दी है, जिसमें शमी के खिलाफ जारी गिरफ्तारी वारंट पर सत्र न्यायालय की रोक को बरकरार रखा गया था. हसीन जहां ने अपने वकील दीपक प्रकाश, नचिकेत वाजपेयी और दिव्यांगना मलिक वाजपेयी के जरिए ये याचिका दायर की है. हसीन जहां ने इस याचिका में शमी पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि शमी उनसे दहेज मांगते थे और क्रिकेट टूर करते हुए होटल के कमरों में वैश्याओं के साथ अवैध संबंध बनाते थे.
इतना ही नहीं, हसीन जहां ने अपनी याचिका में कहा है कि कानून के तहत किसी भी मशहूर हस्ती के साथ कोई विशेष व्यवहार नहीं किया जाना चाहिए. ये भी कहा गया है कि शमी के मामले में चार साल से ये मामला आगे नहीं बढ़ा है.
शमी के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट पर लगाई गई थी रोक
याचिका के अनुसार, 29 अगस्त 2019 को अतिरिक्त मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट, अलीपुर द्वारा शमी के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया गया था. मोहम्मद शमी ने उक्त आदेश को सत्र न्यायालय के समक्ष चुनौती दी, जिसने 9 सितंबर 2019 को गिरफ्तारी वारंट और आपराधिक मुकदमे की पूरी कार्यवाही पर रोक लगा दी. इसके बाद शमी की पत्नी कलकत्ता के उच्च न्यायालय में चली गईं लेकिन उनके पक्ष में कोई आदेश प्राप्त करने में विफल रही. ऐसे में अब ये देखना दिलचस्प होगा कि क्या सुप्रीम कोर्ट में भी यही फैसला कायम रहता है या इस केस में शमी के लिए कुछ अलग निकलकर आता है.
Also Read: IPL 2023: ‘मेरे प्लेयर को गाली देना मतलब मेरे परिवार को…’ विराट-गंभीर झड़प में किसने क्या कहा, पढ़ें यहां