275 रनों का पीछा करते हुए जब टीम इंडिया की शुरुआत खराब रही और वीरेंद्र सहवाग और सचिन तेंदुलकर सस्ते में आउट हो गए. तब गौतम गंभीर और विराट कोहली ने पारी को संभाला. इसके बाद एमएस धोनी ने 91 रनों की नाबाद पारी खेलकर भारत को ऐतिहासिक जीत तक पहुंचाया. उनके विनिंग सिक्स ने क्रिकेट फैंस के दिलों में एक आइकॉनिक पल बना दिया.
महेला जयवर्धने के शतक के बावजूद श्रीलंका 274 तक पहुंचा
फाइनल मैच में श्रीलंका के कप्तान कुमार संगकारा ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया. महेला जयवर्धने के शानदार 103 रन की बदौलत श्रीलंका ने 50 ओवर में 6 विकेट पर 274 रन बनाए. भारत के लिए जहीर खान और युवराज सिंह ने 2-2 विकेट लिए थे.
गंभीर और धोनी की ऐतिहासिक साझेदारी
कोहली के आउट होने के बाद कप्तान एमएस धोनी खुद बल्लेबाजी के लिए आए. उन्होंने गंभीर के साथ मिलकर 109 रनों की साझेदारी की और भारत को जीत की ओर अग्रसर किया. गंभीर 97 रन (122 गेंद) बनाकर थिसारा परेरा की गेंद पर बोल्ड हो गए, लेकिन तब तक भारत जीत के करीब पहुंच चुका था.
पूरे देश ने सड़कों पर मनाई दिवाली जैसी रात
एमएस धोनी ने कुलसेकरा की गेंद पर शानदार विनिंग सिक्सर लगाया था. 28 साल बाद भारत ने दूसरा वनडे वर्ल्ड कप जीता लिया था. इस रात भारत में दिवाली मनाई गई थी, पूरे देश की सड़कों पर लोग जीत का जश्न मना रहे थे. भारत में इस जीत को दिवाली की तरह मनाया गया. सड़कों पर लोग झंडे लेकर नाच रहे थे, पटाखे फोड़ रहे थे. मुंबई से दिल्ली, कोलकाता से चेन्नई तक हर जगह भारत की जीत का जश्न मनाया गया.