अश्विन को बाहर रखना समझ से परे: सचिन
WTC फाइनल में भारत को मिली हार के बाद सचिन तेंदुलकर ने ट्वीट करके लिखा, ‘ऑस्ट्रेलिया की टीम को वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप जीतने पर बधाई. स्टीव स्मिथ और ट्रेविस हेड ने मैच में अपना पलड़ा भारी करने के लिए पहले दिन ही एक ठोस नींव रखी. टीम इंडिया को मैच में बने रहने के लिए पहली पारी में बड़ा स्कोर खड़ा करना था. लेकिन वह नहीं कर सके. भारत के लिए कुछ अच्छे पल थे. लेकिन मैं अश्विन को प्लेइंग 11 से बाहर रखने के फैसले को नहीं समझ पाया, वह इस समय दुनिया के नंबर वन टेस्ट गेंदबाज हैं.’
उन्होंने आगे लिखा, ‘मैच से पहले जैसे मैंने बताया था, कुशल स्पिनर हमेशा टर्निंग ट्रैक्स के भरोसे नहीं रहते, वह हवा में ड्रिफ्ट और सतह से मिल रही उछाल से अपनी विविधताओं का इस्तेमाल करते हैं. यह भी भूलना नहीं चाहिए कि ऑस्ट्रेलिया के टॉप-8 में से 5 बाएं हाथ के बल्लेबाज थे.’
पिच देख लिया गेंदबाजी का फैसला : द्रविड़
मुख्य कोच राहुल द्रविड़ ने हार के बाद पहले गेंदबाजी के भारत के फैसले का बचाव करते हुए कहा कि मौसम और पिच को देखकर यह फैसला लिया गया था. हमें लगा था कि बाद में बल्लेबाजी करना आसान हो जायेगा. इंग्लैंड में पिछले कुछ समय में अधिकांश टीमें ऐसे ही फैसले लेती आयी हैं. हमने सोचा कि लक्ष्य चाहे जो भी हो, हम जुझारूपन नहीं छोड़ेंगे हालांकि इसके लिए असाधारण प्रदर्शन की जरूरत थी.
बीसीसीआई व खिलाड़ी हैं दोषी : रवी शास्त्री
पूर्व मुख्य कोच रवि शास्त्री ने हार के लिए आइपीएल को दोषी ठहराया. कहा कि मुझे यकीन है कि इसकी समीक्षा होगी और डब्ल्यूटीसी फाइनल का आयोजन आइपीएल के बाद जून के महीने में होता है, तो उस सत्र में इस लीग के फाइनल में पहुंचने वाली फ्रेंचाइजी के लिए कुछ नियम होने चाहिए. शास्त्री ने भारतीय शीर्ष क्रम के बल्लेबाजों के शॉट चयन की भी आलोचना की थी, जिन्होंने टीम को निराश किया.
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