शिविर में शामिल नहीं थे सैमसन, इसलिए टीम से बाहर
संजू सैमसन केरल के शिविर का हिस्सा नहीं थे, जिसके कारण कथित तौर पर उन्हें विजय हजारे ट्रॉफी अभियान के लिए राज्य की टीम द्वारा नहीं चुना गया. सैमसन ने दावा किया कि उन्होंने अपनी अनुपलब्धता पहले ही स्पष्ट कर दी थी, लेकिन केसीए प्रमुख जयेश जॉर्ज विकेटकीपर बल्लेबाज से केवल ‘एक-लाइन संदेश’ प्राप्त करने से प्रभावित नहीं थे. इस वजह से ही उन्हें टीम से बाहर रखा गया.
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सैमसन के पिता ने राज्य संघ पर लगाया यह बात
मातृभूमि इंग्लिश से बात करते हुए सैमसन के पिता विश्वनाथ ने कहा, ‘केसीए में ऐसे लोग हैं जो मेरे बच्चे के खिलाफ हैं. हमने पहले कभी एसोसिएशन के खिलाफ कुछ नहीं कहा, लेकिन इस बार यह बहुत ज्यादा हो गया. संजू अकेला ऐसा खिलाड़ी नहीं है जो कैंप में शामिल नहीं हुआ, फिर भी उसी स्थिति में अन्य खिलाड़ियों को खेलने की अनुमति दी गई.’ हालांकि, विश्वनाथ केसीए के साथ बातचीत फिर से शुरू करने के लिए उत्सुक है, क्योंकि वह चाहते हैं कि उसके बेटे को खेलने का उचित मौका दिया जाए.
एसोसिएशन से बात करना चाहते हैं सैमसन के पिता
सैमसन के पिता ने स्पष्ट किया, ‘यह आरोप जयेश जॉर्ज (केसीए अध्यक्ष) या विनोद एस कुमार (सचिव) पर नहीं है, यह कुछ छोटे लोगों का मामला है जो छोटी-छोटी बातों को लेकर जहर घोल देते हैं. हम खिलाड़ी हैं, हमें खेलों के कारोबार में कोई दिलचस्पी नहीं है. मैं बस इतना चाहता हूं कि मेरे बेटे को खेलने का उचित मौका मिले. अगर कोई गलती है तो हम चर्चा के लिए तैयार हैं और उसे सुधारने के लिए तैयार हैं.’
केसीए प्रमुख ने कहा- शिविर में नहीं आएंगे तो जाना पड़ेगा बाहर
इस बीच, केसीए प्रमुख जॉर्ज ने कहा है कि अगर सैमसन केरल के शिविरों में भाग लेते हैं तो वे फिर से चयन के लिए पात्र होंगे. जॉर्ज ने कहा, ‘संजू इस समय कोलकाता में हैं और इंग्लैंड के खिलाफ खेलेंगे. इस बारे में कहने के लिए और कुछ नहीं है. लेकिन अगर वह शिविर में भाग लेते हैं तो वह फिर से केरल टीम में होंगे. अगर वह शिविर में नहीं आते हैं तो उन्हें टीम से बाहर कर दिया जाएगा.’