कोई नहीं है चयन समिति का अध्यक्ष
करीब तीन महीने पहले मौजूदा चयन समिति का गठन किया गया था. वहाब रियाज को अध्यक्ष के रूप में उनकी भूमिका से हटा दिया गया था, लेकिन वे सदस्य बने रहे. चयन समिति का कोई अध्यक्ष नहीं बना इसलिए समिति बहुमत के आधार पर फैसले करने को मजबूर थी. यह व्यवस्था अब जांच के दायरे में है और पीसीबी के भीतर निराशा बढ़ रही है. निराश लोगों में वहाब खुद भी शामिल हैं. पीसीबी अब बड़े बदलाव करने की तैयारी में है. बाबर आजम की कप्तानी पर भी तलवार लटक रहा है.
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वहाब रियाज हो सकते हैं बाहर
माना जा रहा है कि वहाब का समिति से पूरी तरह से बाहर होना लगभग तय है. पीसीबी के अध्यक्ष मोहसिन नकवी यह प्रदर्शित करना चाहते हैं कि कोई भी नतीजों के प्रभाव से अछूता नहीं है. सभी अपनी जिम्मेदारी लें. रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि इन सब उथल-पुथल के बावजूद बाबर आजम की कप्तानी पर तुरंत कोई निर्णय नहीं लिया जाएगा. हालांकि पाकिस्तान की हार के बाद बाबर को कप्तानी से हटाने की मांग उठ रही है, लेकिन पाकिस्तान का सफेद गेंद का अगला मैच नवंबर में है, इसलिए जल्दबाजी में कोई फैसला नहीं लिया जाएगा.
सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट पर भी होगी बात
हार की समीक्षा में टीम प्रबंधन के सदस्यों की भी राय मांगी जाएगी. इसमें नये मुख्य कोच बने गैरी कर्स्टन के इनपुट का काफी महत्वपूर्ण होगा. इस हार के बाद कर्स्टन ने भी टीम में एकता की कमी की बात कही थी. उन्होंने साफ शब्दों में कहा था कि न तो खिलाड़ी इंटरनेशनल फिटनेस मानकों को पूरा करते हैं और न ही उनमें कोई एकता देखने को मिली. यह टीम, टीम है ही नहीं. उनकी स्पष्ट टिप्पणियों के लिए पाकिस्तान में उनकी काफी आलोचना भी की गई. यहां तक कहा गया कि कोच को भी हटा देना चाहिए. समीक्षा में खिलाड़ियों के सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट पर भी गंभीरता से विचार करने की संभावना है.