सुपर ओवर में अमेरिका ने बनाए 18 रन
सुपर ओवर में अमेरिका की ओर से एरोन जोन्स और हरमीत सिंह बल्लेबाजी के लिए आए थे. पाकिस्तान की ओर से गेंदबाजी की कमान मोहम्मद आमीर के हाथ में थी. पहली ही गेंद पर जोन्स ने चौका जड़ दिया. दूसरी गेंद पर 2 रन बने. तीसरी गेंद पर जोन्स ने एक रन लेकर स्ट्राइक हरमीत के हाथों में दे दी. आमीर ने चौथी गेंद वाइड डाली जिसपर दो रन मिले. फिर से फेंकी गई चौथी गेंद पर हरमीन ने एक रन लिया. पांचवीं गेंद फिर वाइड आई और उसपर दो रन मिले. इसी गेंद पर जोन्स ने दो रन लिए. छठी गेंद वाइड हुई और अमेरिका के खाते में तीन रन आए. यह गेंद फिर से फेंकी गई और जोन्स ने एक रन पूरा किया और दूसरा रन लेने के प्रयास में रन आउट हो गए. अमेरिका ने 18 रन बनाए और पाकिस्तान को 19 रनों का लक्ष्य दिया.
सुपर ओवर में पाकिस्तान 13 रन पर सिमटा
अब पाकिस्तान की बल्लेबाजी की बारी थी. इफ्तिखार अहमद और फखर जमान क्रीज पर आए. पहली गेंद पर इफ्तिखार कोई रन नहीं बना पाए. अमेरिका की ओर से गेंदबाजी के लिए सौरभ नेत्रवलकर आए थे. दूसरी गेंद पर इफ्तिखार ने चौका जड़ दिया. सौरभ ने तीसरी गेंद वाइड डाली. फिर से तीसरी गेंद पर इफ्तिखार ने बड़ा शॉट खेलने का प्रयास किया और मिलिंद कुमार के हाथों कैच हो गए. सौरभ ने चौथी गेंद फिर से वाइड डाली. इसी गेंद पर लेग बाई में पाकिस्तान को चौका मिला. पांचवें गेंद पर शादाब खान ने दो रन लिए. अब पाकिस्तान को यह मुकाबला जीतने के लिए एक गेंद पर सात रनों की दरकार थी. लेकिन आखिरी गेंद पर केवल एक रन बना और पाकिस्तान केवल 13 रन ही बना सका और हार गया.
बाबर आजम ने बताई हार की वजह
हार के बाद पाकिस्तानी कप्तान बाबर आजम ने कहा कि बल्लेबाजी करते हुए पहले 6 ओवरों में हम फायदा नहीं उठा सके. लगातार विकेट गिरने से आप हमेशा बैकफुट पर आ जाते हैं. एक बल्लेबाज के तौर पर आपको आगे बढ़कर साझेदारी बनाने की जरूरत होती है. हम पहले 6 ओवरों में गेंद के साथ अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाए. हमारे स्पिनरों ने भी बीच के ओवरों में विकेट नहीं लिए. इसलिए इन चीजों ने हमें नुकसान पहुंचाया. इसका पूरा श्रेय यूएसए को जाता है, उन्होंने तीनों विभागों में हमसे बेहतर प्रदर्शन किया. पिच में थोड़ी नमी थी.
अमेरिकी कप्तान ने कही यह बात
जीत के बाद यूएसए के कप्तान मोनंक पटेल ने कहा कि टॉस जीतकर और जिस तरह से हमने पहले 6 ओवरों में गेंदबाजी की, हमने विकेट लिए और उन्हें शांत रखा. हमें पता था कि वे अपनी साझेदारी के बाद मौके लेंगे. हमें पता था कि हम 160 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए खेल में हैं. बस एक साझेदारी की जरूरत थी. विश्व कप में खेलते हुए, आपको हर साल ऐसा करने का मौका नहीं मिलता. हम हर एक गेंद पर पूरी तरह से प्रतिबद्ध थे और उसका फायदा उठाना चाहते थे. हमने वही किया और परिणाम सामने है.