वेस्टइंडीज के आगामी दौरे के लिए भारत की टेस्ट टीम से बाहर किये जाने के ठीक एक दिन बाद चेतेश्वर पुजारा ने एक संक्षिप्त संदेश के साथ अपनी बल्लेबाजी का वीडियो ट्विटर पर पोस्ट किया. पुजारा को बाहर करने से प्रशंसकों और विशेषज्ञों के बीच बड़े पैमाने पर चर्चा हुई, जिनमें से कई ने डब्ल्यूटीसी फाइनल में भारतीय बल्लेबाजों की विफलताओं के लिए अनुभवी को जिम्मेदार ठहराने के लिए चयनकर्ताओं की आलोचना की. मैच में पुजारा का प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा.
पुजारा के समर्थन में उतरे गावस्कर
चेतेश्वर पुजारा ने सोशल मीडिया पर जो पोस्ट शेयर किया, उसमें दाएं हाथ के बल्लेबाज को क्रीज पर कई शॉट खेलते देखा जा सकता है. उन्होंने अपने ट्विटर पोस्ट के साथ सिर्फ दो इमोजी जोड़े. इसमें एक क्रिकेट का इमोजी था, जबकि दूसरा लव (प्यार) का. इससे पहले, भारत के महान सलामी बल्लेबाज सुनील गावस्कर ने पुजारा को टीम से बाहर करने पर चयनकर्ताओं पर जमकर निशाना साधा था.
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गावस्कर ने कह दी बड़ी बात
स्पोर्ट्स टुडे से बात करते हुए गावस्कर ने कहा कि उन्हें क्यों हटा दिया गया है? उन्हें हमारी बल्लेबाजी विफलताओं के लिए बलि का बकरा क्यों बनाया गया है. वह भारतीय क्रिकेट के एक वफादार सेवक रहे हैं. एक वफादार और शांत सेवक. एक वफादार और शांत उपलब्धि हासिल करने वाला. लेकिन क्योंकि उनके सोशल मीडिया पर लाखों अनुयायी नहीं हैं. ऐसे में उनके लिए कौन शोर मचायेगा. तो आप उसे हटा दीजिए. यह समझ से परे की बात है. उसे बाहर करने और जो फेल हो गए उन्हें रखने का मापदंड क्या है?
40 साल की उम्र तक खेल सकते हैं क्रिकेट
गावस्कर ने कहा कि मुझे नहीं पता ऐसा क्यों होता है, क्योंकि आजकल मीडिया से चयनसमिति का अध्यक्ष बात भी नहीं करता. गावस्कर ने पुजारा की तारीफ करते हुए कहा कि वह देश और विदेश में रेड बॉल से खेल रहे हैं. आज लोग 39-40 साल की उम्र तक खेल सकते हैं और जब तक आप रन बना रहे हैं, तब तक खेल सकते हैं. मुझे नहीं लगता कि उम्र कोई कारक होनी चाहिए. अजिंक्य रहाणे के अलावा, बल्लेबाजी पूरी तरह से विफल रही. पुजारा को कमजोर खिलाड़ी क्यों बनाया गया, यह चयनकर्ताओं को बताना होगा.