World Cup: इंडिया बनाम इंडिया

जडेजा बेहतरीन फील्डर हैं , कठिन से कठिन कैच ले लेते हैं. इसीलिए एक आसान कैच सामने आया,जो जडेजा को अपने लेवल का न लगा, सो छोड़ दिया. जडेजा के लेवल का कैच होना चाहिए, तब ही पकड़ेंगे. यह फंडा जडेजा चला सकते हैं, पुराने प्लेयर हैं, नये लोग उनके इस फंडे पर ना चलें.

By आलोक पुराणिक | October 23, 2023 10:17 AM
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विराट कोहली सेंचुरी मारकर भारत को जिताते तो बहुत खास जीत होती, पर 95 पर आउट होकर भी विराट टीम को जीत के करीब ले गये. और जडेजा ने चौका मारकर जिताया फौरन किसी स्कूटर या कार कंपनी को संपर्क करना चाहिए जडेजा से, जडेजा और कार या स्कूटर का एड बनना चाहिए-मंजिल पर आखिर में हम ही पहुंचाते हैं. जडेजा बेहतरीन फील्डर हैं , कठिन से कठिन कैच ले लेते हैं. इसीलिए एक आसान कैच सामने आया,जो जडेजा को अपने लेवल का न लगा, सो छोड़ दिया. जडेजा के लेवल का कैच होना चाहिए, तब ही पकड़ेंगे. यह फंडा जडेजा चला सकते हैं, पुराने प्लेयर हैं, नये लोग उनके इस फंडे पर ना चलें.

खेल में रोजगार की समस्या

रोजगार की समस्या गहरी है, क्रिकेट टीम में भी. हार्दिक पांड्या चोट के चलते टीम से बाहर हुए, शमी टीम में आये. अब उन्होंने ऐसी शानदार बॉलिंग की, 5 विकेट लिए कि अब संकट पैदा हो गया. हार्दिक फिट होकर टीम में वापस आये तो फिर प्लेयिंग 11 में से किसका रोजगार जायेगा. सबको रोजगार ना मिल सकता, यह बात अर्थव्यवस्था से लेकर क्रिकेट टीम पर लागू होती है. शमी ने बेहतरीन परफारमेंस का एक सिद्धांत पेश किया है कि कई मैच तक बालर को बाहर रखो मैचों से, तो फिर बालर आते ही पांच विकेट ले लेता है। शार्दूल ठाकुर पर यह फार्मूला आजमाया जा सकता है.

कैच छोड़े गए तो विराट हुए दुखी

कैच बहुत छोड़े गये, जसप्रीत बुमराह ने भी कैच छोड़ा. इस पर विराट कोहली बहुत दुखी दिखे नाराज नहीं, नाराजगी में कोहली गाली बकते हैं, नाराजगी में शांत हो जाते हैं. आज कैचों ने विराट को शांत होने के बहुत मौके दिये. न्यूजीलैंड की टीम में थे रचिन रवींद्र. रचिन रविंद्र ने अपनी टीम के लिए 75 रन बनाये. दुनिया की हर टीम में इंडियन मिलें तो समझना चाहिए कि सब तरफ ही हिंदुस्तानी हैं. पर तब एक सवाल उठ खड़ा हो जायेगा. सब से आगे होंगे हिंदुस्तानी, इस बात में कन्फ्यूजन यह हो जायेगा कि किस तरफ के हिंदुस्तानी सबसे आगे हों. इंडिया बनाम इंडिया होने लग जायेगा. इंडिया बनाम इंडिया हो जायेगा तो क्रेज कम हो जायेगा क्रिकेट फैंस में. असली क्रेज तो सिर्फ इंडिया बनाम पाकिस्तान में ही आता है हालांकि पाकिस्तान भी एक तरह से पुराना इंडिया ही है.

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