मैच के तीसरे दिन तीसरे विकेट के लिए जायसवाल और नाइटवॉचमैन आकाशदीप ने 103 रन की साझेदारी निभाई. जहां आकाशदीप ने अपना पहला टेस्ट अर्धशतक जमाया, वहीं जायसवाल ने इस सीरीज का दूसरा शतक पूरा किया. दिन का खेल समाप्त होने के बाद प्रेस कांफ्रेंस में उन्होंने कहा, “मैंने रोहित भाई को देखा हाय कहा और उन्होंने मुझे खेलने पर ध्यान बनाए रखने का संदेश दिया.”
ओवल पिच पर जायसवाल की राय
जायसवाल ने ओवल की पिच पर बल्लेबाजी की चुनौतियों के बारे में बात की. हालांकि, उन्होंने अपने शॉट सिलेक्शन को लेकर आत्मविश्वास जताया. उन्होंने कहा, “यह थोड़ी चुनौतीपूर्ण पिच थी, लेकिन मैं यहां बल्लेबाजी का आनंद ले रहा था. मुझे पता था कि इस सतह पर कौन से शॉट खेलने हैं. मानसिक रूप से मैं हमारी आखिरी पारी में लगातार आगे बढ़ने के लिए तैयार था. मैं सकारात्मक रहने और आक्रामक इरादे दिखाने की कोशिश कर रहा था. मेरा मानसिकता हमेशा यही रहती है.”
जीत का है पूरा भरोसा
आकाशदीप ने जायसवाल का बहुत अच्छा साथ दिया. आकाश दीप की पारी पर यशस्वी ने कहा “उन्होंने बहुत अच्छा खेला. हम चाहते थे कि वह जितना लंबा खेल सकें, खेलें.” मैच के नतीजे पर जायसवाल ने कहा,”गेंद पिच से मूव हो रही है, इंग्लैंड के लिए यह आसान नहीं होगा. हमें जीत का पूरा भरोसा है.”
भारत के युवा बल्लेबाज जायसवाल ने अपनी पारी को लेकर आगे कहा, “क्योंकि यह हमारी अंतिम पारी थी, मैं मानसिक रूप से पूरी तरह तैयार था और लगातार कोशिश करता रहा. मेरा लक्ष्य था जितना हो सके उतने रन जोड़ना. पहली पारी में पिच का मिज़ाज देखने के बाद मैंने तय किया कि इससे निपटने की सबसे बेहतर रणनीति क्या होगी. मैंने गेंदबाजों पर दबाव बनाने के लिए आक्रामक रुख अपनाया, यह समझने की कोशिश की कि वे कहां गेंद डालेंगे और मैं किन क्षेत्रों में आसानी से रन जुटा सकता हूं.”
सीनियर खिलाड़ियों का आभार
जायसवाल ने अपनी पारी का श्रेय सीनियर खिलाड़ियों को दिया. रोहित शर्मा और विराट कोहली के संन्यास के बाद वह अपने ओपनिंग पार्टनर केएल राहुल से काफी कुछ सीख रहे हैं. ओपनर बल्लेबाज यशस्वी ने कहा, “अलग-अलग देशों में टेस्ट क्रिकेट खेलने की अलग-अलग चुनौतियां होती हैं, लेकिन मैंने अपने सीनियर जैसे रोहित भाई, विराट भाई से बहुत कुछ सीखा है. अब केएल भाई, गिल… इनके साथ चर्चा करना और उनके अनुभवों से सीखना शानदार है.”
चौथे दिन इंग्लैंड के सामने कड़ी चुनौती
भारत ने अपनी दूसरी पारी 396 रन पर समाप्त की और इंग्लैंड को 374 रन की जीत का लक्ष्य रखा. दिन का खेल खत्म होने तक इंग्लैंड ने 50/1 रन बनाए थे, जिसमें ज़ैक क्रॉली को मोहम्मद सिराज ने बोल्ड कर पवेलियन भेजा. इंग्लैंड को ऐतिहासिक जीत हासिल करने के लिए 324 रन की जरूरत है. लेकिन जायसवाल को भरोसा है कि भारत सीरीज 2-2 से बराबर करेगा. ओवल में अब तक का सबसे बड़ा सफल लक्ष्य 263 रन रहा है, जो इंग्लैंड ने 1902 में हासिल किया था.
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