भारत के फुटबॉल सुपरहीरो सुनील छेत्री एक बार फिर मैदान में वापसी करने को तैयार हैं. इस बार वह 40 की उम्र में एक नई मिशन के लिए आए हैं. महज एक साल पहले संन्यास की घोषणा करने वाले छेत्री, मार्च 2025 के अंतरराष्ट्रीय मैचों में भारत के लिए फिर से खेलने के लिए तैयार हैं. उनके इस कदम ने सभी को हैरान कर दिया है. लेकिन यह तय है कि उनका अनुभव और नेतृत्व भारत के लिए कीमती साबित होगा.
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मालदीव के साथ मुकाबले में आएंगे नजर
मुख्य कोच मनोलो मार्केज ने गुरुवार को भारत की 26 सदस्यीय टीम की घोषणा करते हुए यह ऐलान किया. सुनील छेत्री को भारत बनाम मालदीव के दोस्ताना मैच में शामिल किया गया है. 19 मार्च को छेत्री इस मुकाबले में 40 साल 7 महीने और 16 दिन के होंगे, जो उनके शानदार करियर के एक और अध्याय की शुरुआत करेगा. इसके बाद, भारत का मुकाबला 25 मार्च को शिलांग में बांग्लादेश के खिलाफ होने वाले एएफसी एशियाई कप 2027 क्वालीफायर में होगा. यह मैच भारत के लिए बेहद अहम है क्योंकि एशियाई कप की उम्मीदें अब पूरी तरह से खिलाड़ियों के अनुभव और प्रदर्शन पर निर्भर करेंगी.
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क्या यह छेत्री का आखिरी मोड़ है
भारत के सबसे बड़े फुटबॉल सितारे की वापसी ने फुटबॉल जगत को चौंका दिया है. भारत के पद्म श्री और अर्जुन पुरस्कार विजेता छेत्री ने 150 अंतरराष्ट्रीय मैचों में 94 गोल करके एक अभूतपूर्व रिकॉर्ड कायम किया है. उनका नाम अब क्रिस्टियानो रोनाल्डो, लियोनेल मेस्सी और अली डेई के साथ उन कुछ महान खिलाड़ियों में लिया जाता है. लेकिन इस फैसले पर एक बड़ा सवाल उभर रहा है – क्या सुनील छेत्री की वापसी भारत के युवा खिलाड़ियों के लिए एक चुनौती होगी. या उनकी उम्र के बावजूद वह भारतीय फुटबॉल को एक और चमकदार जीत दिलाने में सफल होंगे.
क्या छेत्री साबित होंगे ‘सुपरहीरो’
छेत्री का करियर कोई साधारण सफर नहीं रहा. 2002 में मोहन बागान से अपनी यात्रा शुरू करने वाले इस खिलाड़ी ने कई नेहरू कप, SAFF चैंपियनशिप और AFC एशियाई कप जैसे प्रतिष्ठित टूर्नामेंट में भारत को जीत दिलाई. 2008 में AFC चैलेंज कप में भारतीय फुटबॉल के इतिहास में एक नई लहर पैदा करते हुए, छेत्री ने अपने देश को एक नई दिशा दी. इस समय, जब भारत के पास युवा प्रतिभाओं की कमी महसूस हो रही है. छेत्री की वापसी न केवल भारत के लिए एक करिश्मा हो सकती है, बल्कि यह आगामी एएफसी एशियाई कप की राह भी आसान बना सकती है.
भारत की 26 सदस्यीय टीम
गोलकीपर- अमरिंदर सिंह, गुरमीत सिंह, विशाल कैथ.
डिफेंडर- आशीष राय, बोरिस सिंह थांगजाम, चिंगलेनसाना सिंह कोनशाम, हिंगथन माविया, मेहताब सिंह, राहुल भेके, रोशन सिंह, संदेश झिंगन, सुभाशीष बोस.
मिडफील्डर- आशिक कुरुनियन, आयुष देव छेत्री, ब्रैंडन फर्नांडिस, ब्रिसन फर्नांडिस, जेकसन सिंह थौनाओजम, लालेंगमाविया, लिस्टन कोलाको, महेश सिंह नाओरेम, सुरेश सिंह वांगजम.
फॉरवर्ड- सुनील छेत्री, फारुख चौधरी, इरफान यदवद, लालियानजुआला चांगटे, मनवीर सिंह.
इनपुट- आशीष राज
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