दोनों भाइयों ने नौकरी दिलाने के नाम पर अपहरणकर्ता को ठगा
एसपी ने बताया कि अपहृत दोनों भाइयों ने अपहरणकर्ता से नौकरी दिलाने के नाम पर पैसा लिया था. पैसा की मांग करने पर दोनों भाई टाल-मटोल करते थे. एसपी ने बताया कि अपहरणकर्ता शाहपुर चौक पर दोनों भाई को मिलने के लिए बुलाया और अपने कब्जे में लेकर दोनों को गाड़ी में बैठा लिया. शाहपुर चौक पर बहस देखकर वहां मौजूद लोग जानने का प्रयास किया. अपहरणकर्ताओं ने बताया कि दोनों भाई नौकरी के नाम पर ठगी किया है. थाना लेकर जा रहे हैं, लेकिन अपहरणकर्ता बिहार की ओर लेकर चले गये. अपहरण करने के बाद विमलेश दुबे के मोबाइल से ही उसके घर वालों को फोन कर 25 लाख रुपये छोड़ने के नाम पर मांग की जा रही थी.
अपहृत विमलेश एवं विवेक पर गढ़वा थाना में दर्ज होगा केस
एसपी श्री सिन्हा ने बताया कि विमलेश और विवेक सभी से नौकरी के नाम पर प्रत्येक व्यक्ति से तीन- तीन लाख रुपये वसूली किया है. जिसके लिए अपहरणकर्ता पैसा देने का दबाव बना रहे थे. उन्होंने बताया कि पांचों अपहरणकर्ताओं को भी गिरफ्तार कर लिया गया. हालांकि, अपहृत विमलेश एवं विवेक पर भी गढ़वा थाना में केस किया जायेगा. दोनों भाई गढ़वा के रंका में फर्जी ट्रेनिंग कैंप चलाते थे.
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नौकरी छोड़ने के बाद फर्जी बहाली के नाम पर लोगों से पैसा वसूलने का आरोप
अपहृत का कहना है कि हमलोग पटना में रहने वाले गुड्डू के लिए काम करते थे. जबकि विमलेश कुमार दुबे 2019 में पलामू के वन विभाग में सर्वेयर का काम करता था. वहां से नौकरी छोड़ने के बाद यह पटना के गुड्डू के साथ जुड़कर फर्जी बहाली के नाम पर लोगों से पैसा लेने लगा. अपहरणकर्ताओं से विभिन्न कंपनी का आठ मोबाइल एवं सीम बरामद किया गया है. छापामारी दल में छतरपुर के अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी अजय कुमार, चैनपुर थाना प्रभारी उदय कुमार गुप्ता, पुलिस अवर निरीक्षक अमन कुमार, बिट्टू कुमार साहा, सहायक अवर निरीक्षक सुधीर कुमार, राजीव कुमार, आरक्षी सूरज कुमार सिंह, नंददेव राम, कर्म सिंह मुंडा, सुधीर कुमार पांडेय सहित कई पुलिसकर्मी शामिल थे.
रिपोर्ट : शिवेंद्र कुमार, पलामू.