क्यों मचा है बवाल
दरअसल,कुछ दिन पहले राजद नेता अब्दुल बारी सिद्दीकी ने पटना में आयोजित एक कार्यक्रम में कहा था कि देश में माहौल ठीक नहीं है.मेरे बच्चे बाहर में रहते हैं,बाहर में ही नौकरी करते हैं और मैं अपने बच्चों को कहा है कि वे वहीं रह जाएं, वहीं की ही नागरिकता ले लें. अब हिन्दुस्तान के माहौल आप लोग झेल नहीं पाएंगे.” राजद नेता अब्दुल बारी सिद्दीकी के इस बयान के बाद बिहार में सियासी हलचलें तेज हो गई.जदयू ने भी उनके बयान का समर्थन करते हुए कहा कि देश की स्थिति अब किसी से छिपी नहीं है. बीजेपी अपनी जीत के लिए क्या सब कुछ कर रही है, किसी से छिपा नहीं है.
देश का माहौल खराब किया जा रहाः कांग्रेस
कांग्रेस ने तो आरजेडी नेता का समर्थन किया लेकिन साथ में सलाह देना नहीं छोड़ी. कांग्रेस प्रवक्ता असित नाथ तिवारी कहते हैं कि यह सच है कि देश का माहौल खराब किया जा रहा है.सांप्रदायिक आधार पर समाज में विभाजन की रेखा खींची जा चुकी है.इसका यह मतलब नहीं कि हम पलायनवादी हो जाएं.देश के जिम्मेदार नागरिकों की यह जिम्मेदारी है कि वो इस माहौल को बदलने के लिए आगे आएं.सांप्रदायिक शक्तियों से लड़ें और अपनी मातृभूमि की रक्षा करें.
जिस देश में माहौल ठीक है वहां चले जाइएःबीजेपी
इधर, राजद नेता अब्दुल बारी सिद्दीकी के बयान पर बीजेपी ने उनपर हमला बोलते हुए कहा कि राजद नेता अब्दुल बारी सिद्दीकी को जिस देश में माहौल ठीक लगे वहां चले जाना चाहिए. जाने का खर्च मैं दे दूंगा.पार्टी के सीनियर नेता रामसूरत राय ने ट्वीट कर लिखा है- “जिस देश ने इन्हें पद, पहचान, पैसा और प्रतिष्ठा दी उसी देश में इन्हें माहौल ठीक नहीं लग रहा है,तो फिर अब्दुल बारी सिद्दीकी को जिस देश का माहौल ठीक लगता है वो उस देश में चले जाएं. हां उनको वोट भी यहां नहीं मांगना चाहिए और न ही चुनाव लड़ना चाहिए”. राम सूरत राय ने आगे कहा कि ऐसे देश विरोधी बयान के लिए उन्हें माफी मांगनी चाहिए. वे ऐसा नहीं करते हैं तो उन्हें भी दूसरे देश की नागरिकता ले लेनी चाहिए.
हिन्दुस्तान से अच्छा कोई देश नहीं- प्रो फजल
लोजपा रामविलास के प्रवक्ता विनित सिंह कहा कि बिहार और देश ने उनको इतना कुछ दिया है फिर भी वो ऐसा बोल रहे हैं.वर्षो तक सत्ता का सुख लेने के बाद राजनीतिक जीवन के अंतिम समय में इस प्रकार का बयान केवल जनता को गुमराह करने वाला है.इधर, पटना सिटी के प्रो. फजल अहमद कहते हैं कि अब्दुल बारी सिद्दीकी का बयान उनकी व्यक्तिगत सोच को दर्शाता है.जिस देश ने सिद्दिकी जी को इतना कुछ दिया, उसके बारे में वो ऐसा सोचते हैं.यह मेरी समझ से परे है.प्रो फजल अहमद ने कहा कि मुसलमानों के लिए हिन्दुस्तान से अच्छा दूसरा और कोई देश नहीं हो सकता.