पुलिस कस्टडी में चल रहा था इलाज
पुलिस अभिरक्षा के बीच सदर अस्पताल में नशा मुक्ति वार्ड में उसका इलाज शुरू हुआ. इस बीच मंगलवार को उसकी मौत हो गयी. परिजनों ने इलाज में लापरवाही का आरोप लगाते हुए जमकर हंगामा किया. अस्पताल चौक पर शव रख सड़क को जाम कर दिया. थोड़ी देर के लिए आवागमन बाधित रहा. परिजनों की नाराजगी पुलिस पर भी थी.
परिजनों ने लगाया आरोप
उनका कहना था कि पुलिस ने बेहतर इलाज की व्यवस्था नहीं करायी, जिसके कारण रंजय की मौत हो गयी. सूचना पर मुफस्सिल के साथ नगर थाने की पुलिस ने दलबल के साथ पहुंच परिजनों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन परिजन मानने को तैयार नहीं थे. पुलिस ने आश्वासन दिया कि मौत के कारणों की जांच होगी. लापरवाही सामने आने पर दोषियों के विरूद्ध कड़ी कार्रवाई की जायेगी, उसके बाद परिजनों का गुस्सा शांत हुआ.
पुलिस ने शव का कराया पोस्टमार्टम
पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम कराया. पोस्टमार्टम के लिए मेडिकल बोर्ड का गठन किया गया. दंडाधिकारी सुमित कुमार सिंह की मौजूदगी में डा राजीव कुमार, डा नागमणी सिंह व डा मनीष कुमार ने शव का पोस्टमार्टम किया. वीडियो ग्राफी भी करायी गयी. थानाध्यक्ष रविरंजन कुमार ने बताया कि पोस्टमार्टम करा शव परिजनों को सौंप दिया गया है.
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वर्ष 2023 में चार लोगों पर दर्ज हुआ था दहेज हत्या का मुकदमा
बासमनपुर मुसहरी टोला के पुन्नु मांझी की पत्नी नेहा कुमारी की दहेज को लेकर वर्ष हत्या कर दी गयी थी. इसको लेकर मृतका के पिता पकड़ीदयाल ठिकहा के उपेंद्र मांझी ने मुफस्सिल थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी थी, जिसमे नेहा के भैसूर रंजय मांझी, पति पुन्नु मांझी सहित रम्भा देवी व रीमा कुमारी को आरोपित किया था. उसने पुलिस को बताया था कि दहेज में बाइक नहीं मिलने पर गला में रस्सी का फंदा लग उपरोक्त लोगों ने उसकी बेटी की हत्या कर दी. पुलिस अनुसंधान में आरोप सत्या पाये जाने के बाद 28 जून 2025 को आरोपी रंजय मांझी को गिरफ्तार किया था.