भरगामा. प्रखंड क्षेत्र के जहद घाट स्थित बहुप्रतीक्षित पुल जिसका निर्माण लागत करोड़ों रुपये है का एप्रोच पथ निर्माण के कुछ ही महीनों में अनियमितता की भेंट चढ़ चुका है. हाल ही में हुई मामूली बारिश ने इस निर्माण कार्य की गुणवत्ता की पोल खोल दी है. स्थानीय लोगों व जनप्रतिनिधियों द्वारा मिली जानकारी के अनुसार पुल से सटे सड़क का एप्रोच पथ कई स्थानों पर कटाव का शिकार हो गया है. सड़क किनारे सुरंगनुमा दरारें दिन व दिन बडी होती जा रही है व श्वेत पट्टी तक कट चुकी है. इतना ही नहीं, एप्रोच पथ को अत्यधिक घुमावदार बनाया गया है, जिससे तेज गति में चलने वाले वाहन असंतुलित होकर दुर्घटनाग्रस्त हो रहे हैं. ग्रामीणों ने बताया कि इस उंचाई वाले एप्रोच पथ पर न तो किसी तरह की बैरिकेडिंग की गयी है और न ही दोनों ओर मिट्टी के स्खलन को रोकने के लिए कोई ठोस उपाय किए गए हैं. लगातार हो रही मिट्टी की कटाई के कारण सड़क के धंसने का खतरा बढ़ता जा रहा है. इस स्थिति में यदि कोई भारी वाहन इस मार्ग से गुजरता है तो बड़ा हादसा हो सकता है. यह मार्ग न केवल भरगामा प्रखंड को जिला मुख्यालय अररिया से जोड़ता है, बल्कि मधेपुरा, पूर्णिया व सुपौल जैसे जिलों की ओर भी यातायात का मुख्य जरिया है. अगर यह मार्ग बाधित होता है तो दर्जनों गांवों का संपर्क पूरी तरह कट जायेगा. ग्रामीणों ने चेताया है कि यदि समय रहते आवश्यक कदम नहीं उठाए गए तो यह एप्रोच पथ एक बड़े हादसे का कारण बन सकता है. प्रशासन से मांग की जा रही है कि तत्काल विशेषज्ञों की टीम भेजकर एप्रोच पथ का निरीक्षण कराया जाये व आवश्यक मरम्मत कार्य युद्ध स्तर पर शुरू किया जाये. ताकि आमजन की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके.4
संबंधित खबर
और खबरें