Bihar News: बिहार के औरंगाबाद में चतरा गांव निवासी किसान हरिनाथ यादव का पुत्र विभांशु कुमार रविवार की शाम अपने चार दोस्तों संग घर से करीब आधा किलोमीटर दूर स्थित तालाब में नहाने गया था. पहले तो सब बच्चे खेलते-हंसते नहा रहे थे, लेकिन अचानक विभांशु तालाब के गहरे हिस्से में चला गया और डूब गया.
चीख-पुकार के बाद जुटे ग्रामीण
घटना के दौरान साथ मौजूद बच्चों ने शोर मचाया, जिस पर पास के खेतों में काम कर रहे लोग मौके पर पहुंचे. बदहवास परिजन भी तालाब तक दौड़े चले आए. गहन खोज के बाद शव नहीं मिला तो डायल 112 और गोताखोरों को सूचना दी गई.
अस्पताल पहुंचते ही टूटी उम्मीद
डायल 112 और गोताखोरों के पहुंचने से पहले ही परिजनों ने विभांशु का शव तालाब से निकाल लिया. परिजन उसे जिंदा समझकर तुरंत सदर अस्पताल लेकर भागे, लेकिन डॉक्टरों ने जांच के बाद उसे मृत घोषित कर दिया. अस्पताल में परिजनों की चीत्कार से माहौल गमगीन हो गया.
गांव में पसरा मातम, मां बेसुध, बहन और भाई का रो-रोकर बुरा हाल
विभांशु दो भाइयों में सबसे छोटा था। उसका एक भाई और एक बहन है. पिता हरिनाथ यादव किसान हैं और गांव में ही खेती कर परिवार का गुजारा करते हैं. मां ममता देवी बेसुध हो गई हैं, पूरे गांव में मातमी सन्नाटा है.
राजनीतिक प्रतिनिधि पहुंचे अस्पताल, मुआवज़े की मांग
घटना की सूचना पाकर राजद नेता व जिला पार्षद प्रतिनिधि राजेश रंजन, गुंजन यादव और दीपक कुमार सहित कई लोग अस्पताल पहुंचे. उन्होंने परिजनों को ढांढस बंधाया और जिला प्रशासन से आपदा राहत के तहत मुआवज़ा देने की मांग की.
मुफस्सिल थानाध्यक्ष अशोक कुमार ने बताया कि घटना दुखद है. नगर थाना की पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को सौंप दिया है. आवेदन मिलने पर आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी.
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