कुटुंबा. एनडीए की सरकार गरीब-गुरबे को वोट देने का अधिकार समाप्त करना चाहती है. मतदाता पुनरीक्षण के नाम पर राजद समर्थक व कार्यकर्ता को मतदाता सूची से नाम हटा दिया गया है. यह सरकार की सोची समझी साजिश है. सत्ता में कायम रखने के लिए एनडीए सरकार के मंत्री तरह-तरह के तरकीब अपना रहे है. हालांकि, जनता उनकी मंशा को भली-भांति समझ गयी है. अगामी विधानसभा चुनाव में एनडीए का सूपड़ा साफ हो जायेगा. बिहार में महागठबंधन की सरकार बनेगी. सर्वागीण विकास होगा. कानून का राज स्थापित होगा. उक्त बातें राजद के नेताओं व कार्यकर्ताओं ने कही. मंगलवार को पार्टी कार्यालय अंबा में वोट अधिकार यात्रा की तैयारी को लेकर राजद की एक बैठक आयोजित की गयी. कार्यक्रम की अध्यक्षता व संचालन पूर्व मुखिया सह राजद के प्रखंड अध्यक्ष सत्यनारायण शर्मा ने किया. पूर्व मंत्री डॉ सुरेश पासवान ने कहा कि वोट अधिकारी यात्रा स्थगित नहीं किया गया है. इसकी तिथि विस्तारित की गयी है. उन्होंने कहा कि पार्टी के बीएलओ से लेकर पंचायत अध्यक्ष व प्रखंड अध्यक्ष को अपने संबंधित क्षेत्र में डोर-टू-डोर घूम-घूमकर यह जानने का प्रयास करे कि किनका-किनका नाम वोटर लिस्ट से कटा है. जिन लोगों का नाम मतदाता सूची से हटा दिया गया है उनकी सूची तैयार करें. राजद सबकक हक और अधिकार की लड़ाई लडेगा. इसके लिए संघर्ष किया जायेगा. इस दौरान जिलाध्यक्ष अमरेंद्र कुशवाहा ने कहा कि संगठन को सशक्त करने के लिए सभी वर्ग के लोगों को राजद में शामिल करने की जरूरत है. कार्यक्रम के दौरान झारखंड के भूतपूर्व सीएम शिबू सोरेन के निधन पर दो मिनट का मौन रखकर दिवंगत आत्मा की शांति के लिए शोक व्यक्त किया गया. पूर्व मंत्री ने कहा कि दिशोम शिबू सोरेन को भारत रत्न का दर्जा मिलना चाहिए. मौके पर मनोज यादव, जमाल अख्तर, नंदकुमार सिंह यादव, सविता देवी, सुरेश पासवान, अरूण पासवान, मुखिया मंजीत कुमार यादव, जगनारायण यादव व कृष्णा यादव आदि थे.
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