शहर के चौक-चौराहे व गली मुहल्ले में लगा कूड़े का अंबार
शहर वासियों ने बताया कि नगर प्रशासन के द्वारा दो शिफ्ट में शहर की सफाई का जिम्मेदारी है. लेकिन एक शिफ्ट सफाई कर नगर प्रशासन द्वारा खानापूर्ति की जा रही है. सफाई कर्मी कभी मानदेय बढ़ाने, कभी पीएफ की मांग को लेकर हड़ताल कर देते हैं. ऐसी स्थिति में जनप्रतिनिधियों व नगर प्रशासन की चुप्पी एक सवाल बनकर रह गया है. विदित हो कि सोशल इंस्टीट्यूट फॉर विकर सेक्शन को नगर पंचायत के 14 वार्ड की साफ-सफाई की जिम्मेदारी दी गयी है. सफाई कार्य में लगभग 90 मजदूर कार्यरत हैं, फिर भी शहर की सफाई व्यवस्था भगवान भरोसे रह गयी है.
रीता साहा, मुख्य पार्षद, नगर पंचायतB
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