शंभुगंज. भले ही सरकार विकास की बात और गुणवत्ता पुर्ण शिक्षा कि ढिंढोरा पीट रहे हैं. लेकिन शंभुगंज प्रखंड क्षेत्र के नवसृजित प्राथमिक विद्यालय कैथा (यादव टोला) में स्कूली बच्चे जान जोखिम में डालकर शिक्षा ग्रहण करने विद्यालय जाते हैं. जिस पर ना तो विभाग की नजर है और ना ही पंचायत के जनप्रतिनिधियों की. स्थिति यह है कि यहां कभी भी एक बड़ी हादसा होने की घटना से इनकार नहीं किया जा सकता हैं. जानकारी के अनुसार प्रखंड क्षेत्र के विरनौधा पंचायत अंतर्गत नवसृजित प्राथमिक विद्यालय कैथा (यादव टोला) में विद्यालय का भवन निर्माण किया गया, लेकिन विद्यालय जाने के लिये विद्यालय के आगे से गुजरी नाला में पुलिया का निर्माण कार्य नहीं कराया गया. जिसके कारण स्कूली बच्चों के साथ-साथ विद्यालय के शिक्षक – शिक्षिका भी इसी नाला के पानी से होकर नित्य दिन विद्यालय आते- जाते हैं. चैत बैसाख के दिनों में अक्सर नदियों तक सूख जाती हैं. लेकिन विद्यालय के आगे से होकर गुजरी इस नाला में मोहदीपुर, गिरधरपुर आदि मोहल्ले के पानी बहने के कारण नाला में सालों भर पानी रहता हैं. सबसे खतरनाक बात तो यह है कि बरसात के तीन महीने इस नाला में 10 फीट गहरा पानी रहता हैं. जिसके कारण बच्चों को बहियार से होकर खेत के मेढ़ पर से चलकर काफी दूर चक्कर लगाते हुए विद्यालय आना- जाना पड़ता हैं. विद्यालय के प्रभारी प्रधानाध्यापिका अंजू कुमारी ने बताया कि विद्यालय का निर्माण कार्य होने के साथ ही वह लगातार स्कूल के आगे से गुजरी नाला में पुलिया निर्माण कराने की मांग पंचायत स्तर के जनप्रतिनिधियों से लेकर प्रखंड स्तर के पदाधिकारी तक से कह चुके हैं. लेकिन आज तक पुलिया का निर्माण कार्य नहीं हो सका हैं.
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