भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया सफाई का कार्य
सफाई के बाद करीब 35 लाख का दिया गया था बिल
हालांकि नगर पंचायत के नेशनल हाईवे स्थित नाले की सफाई भ्रष्टाचार की भेंट भी चढ़ चुका है. जानकारों की माने तो इसकी सफाई और मरम्मती के लिए करीब 35 लाख रुपए का बिल भी नगर पंचायत कार्यालय को सौंप दिया गया है. लेकिन वार्ड पार्षद संजय यादव, मृणाल कुमार, गुलशन सिंह, श्रीकांत यादव, पार्षद प्रतिनिधि श्रवण यादव सहित अन्य पार्षदों के विरोध की वजह से अभी तक उस राशि की निकासी नहीं की जा सकी है. इन पार्षदों ने आरोप लगाया था कि जितनी बड़ी राशि का बिल दिया गया है उसके एवज में कार्य बिल्कुल नगण्य है. इतना ही नहीं तत्कालीन कार्यपालक पदाधिकारी ने उक्त राशि की निकासी के लिए चेक जारी कर बैंक भी भेज दिया था. नगर पंचायत की कार्यपालक पदाधिकारी नेहा रानी के द्वारा पदभार ग्रहण करने के कुछ ही दिनों के बाद राशि निकासी के लिए प्रयास किया गया था. लेकिन जब मामले की पूरी जानकारी कार्यपालक पदाधिकारी को मिली तो उन्होंने तत्काल इसकी निकासी पर रोक लगा दी है. अगर जिला प्रशासन के वरीय पदाधिकारी इस मामले की पड़ताल करेंगे तो पूरी सच्चाई सामने आ जायेगी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है