
बेगूसराय. बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की तैयारी में जिला प्रशासन जुट गयी है. इसके लिए कुल 22 कोषांगों का गठन किया गया है. पिछले दिनों भारत निर्वाचन के वरीय उप निर्वाचन आयुक्त मनीष गर्ग ने प्रशासनिक पदाधिकारी के साथ बैठक कर कई दिशा-निर्देश दिये हैं. बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर विशेष पुनरीक्षण कार्य की शुरुआत की की गयी है. इस संबंध में डीएम तुषार सिंगला ने बताया कि 25 जून से 26 जुलाई तक मतदाता सूची पुनरीक्षण का काम किया जायेगा. इसके लिये बीएलओ घर-घर जाकर फॉर्म भरवाकर जमा करने का काम करेंगे. इसके अलावा वैसे व्यक्ति जिनकी उम्र 18 वर्ष पूरी हो गयी है और उनका नाम मतदाता सूची में नहीं है. वैसे व्यक्ति फॉर्म-6 के साथ नागरिकता को लेकर एक फॉर्म भरकर जमा करेगे. इसके बाद उनका नाम मतदाता सूची में जोर दिया जायेगा. मतदाता सूची में नाम जोड़ने का काम किया जा रहा है. 30 सितंबर को मतदाता सूची का अंतिम प्रकाशन किया जायेगा. डीएम खुद लगातार बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर पदाधिकारी को लगातार निर्देशित कर रहे हैं. बताते चलें कि मतदाता सूची पुनरीक्षण का काम वर्ष- 2003 में किया गया था.
मतदाता सूची पुनरीक्षण का मुख्य उद्देश्य भारत की नागरिकता
मतदाता सूची पुनरीक्षण का मुख्य उद्देश्य भारत की नागरिकता से संबंधित है. वैसे व्यक्ति जो मतदाता सूची पुनरीक्षण के दौरान भारत के नागरिक होने को प्रमाणित नहीं कर पाएंगे. उनका नाम मतदाता सूची से काटने का काम किया जायेगा. मतदाता साबित करने के लिये कई वैध दस्तावेज को माना गया है. बताते चलें कि मतदाता सूची पुनरीक्षण का काम बिहार से शुरू हुआ है. इसके बाद पूरे देश में लागू किया जायेगा. इसके बाद वोटर आइडी नागरिकता प्रमाण पत्र में शामिल हो जायेगी.जिले के सात विधानसभा क्षेत्रों में होगा चुनाव
बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर प्रशासनिक पदाधिकारी हरकत में आ गये हैं. विशेष मतदाता सूची पुनरीक्षण को लेकर सभी बीएलओ सातों विधानसभा क्षेत्र में आमलोगों के घरों में फॉर्म देने का काम शुरू कर दिये हैं. बीएलओ को मतदाता हाथोंहाथ भी भरकर दे सकते हैं अथवा बाद में भी बीएलओ को बुलाकर जमा कर सकते हैं. यदि फॉर्म भरने में किसी प्रकार की समस्या होगी तो बीएलओ लोगों की मदद करने का काम करेंगे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है