
– सांसद व मंत्री की मौजूदगी में शुरू हुआ कार्य, अब तक आठ हजार घरों में दी जा चुकी है सप्लाई – शहरी परिवारों के जीवन में आएगा बड़ा बदलाव, होगी बचत: डॉ संजय बेतिया . अब बेतिया शहर में शीघ्र ही पाइप के जरिये सीधे किचेन तक रसोई गैस की आपूर्ति आरंभ कर दी जायेगी. रविवार से घरों तक पाइप के माध्यम से रसोई गैस आपूर्ति करने के लिए भूमिगत पाइप बिछाने का कार्य आरंभ कर दिया गया. घरों तक पाइप के माध्यम से रसोई गैस आपूर्ति के लिए एजेंसी द्वारा पाइप लाइन बिछाने का काम आरंभ कर दिया गया. इसका विधिवत शुरुआत एक कार्यक्रम के माध्यम से पश्चिम चंपारण के सांसद डॉ संजय जायसवाल, सूबे की पशु एवं मत्स्य संसाधन मंत्री रेणु देवी ने संयुक्त रूप से किया. नगर निगम क्षेत्र के अंतर्गत विभिन्न वार्डों के घरों में चरणबद्ध तरीके से एमडीपीई पाइप लगाया जायेगा. अबतक शहर के 8000 घरों में एमडीपीई पाईप लगाया जा चुका है. वहीं भूमिगत पाइपलाइन बिछाने के लिए खुदाई का काम आरंभ कर दिया गया. इस पाईप लाईन से गैस की आपूर्ति किये जाने से उपभोक्ताओं को सस्ते दर पर गैस की आपूर्ति हो पायेगी. कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सांसद डॉ जायसवाल ने कहा कि नगर निगम के सभी घरों में 2026 के शुरुआत तक पाइप से गैस की आपूर्ति का लक्ष्य रखा गया है. घरों में एमडीपीई पाईप लगाने का काम भी लगातार चल रहा है. वहीं शहर के विभिन्न वार्डो में सड़को में भूमिगत पाईप बिछाने का काम भी आरंभ हो गया. यह सुविधा शुरु होते ही उपभोक्ताओं को सिलेंडर रिफिलिंग के झंझट से मुक्ति मिल जायेगी और सिलेंडर रखने से भी राहत मिलेगी. पाईपलाईन के जरिये गैस की आपूर्ति शुरु होने के बाद गैस सिलेंडर बुकिंग का झंझट पूरी तरह से समाप्त हो जायेगा. सिलेंडर होम डिलेवरी करनेवालों को अतिरिक्त राशि भी नहीं देनी पड़ेगी. मंत्री रेणु देवी ने कहा कि इस पाइप लाइन के जरिये गैस की आपूर्ति शुरु हो जाने से गृहिणियों को काफी फायदा मिलेगा. इससे पैसे की बचत होगी और प्रदूषण भी कम होगा. घरों में जितना गैस उपयोग होगा उतना हीं बिल आयेगा. किचन का बजट भी नियंत्रित हो सकेगा. मौके पर भाजपा जिलाध्यक्ष रुपक कुमार श्रीवास्तव, पूर्व जिलाध्यक्ष दीपेंद्र सर्राफ, आंनद सिंह, शिवेंद्र कुमार शिबु, संदीप श्रीवास्तव, जनक प्रसाद आदि भी मौजूद रहे. प्रति यूनिट 38 रुपये की होगी बचत मौके पर मौजूद भारत पेट्रोलियम के विवेक प्रताप सिंह विशेन ने बताया कि पाइप लाइन से मिलने वाले गैस एलपीजी गैस से काफी सस्ता है. प्रत्येक यूनिट के लिए करीब 55-56 रुपया देना पड़ेगा. अभी एलपीजी गैस के लिए करीब 92-94 रुपया प्रतिकिलो खर्च करना पड़ता है. उन्होंने बताया कि अबतक के सर्वेक्षण के मुताबिक नगर निगम क्षेत्र के करीब 300 किलोमीटर सड़क पर भूमिगत पाइप लाईन बिछाने की कार्रवाई की जायेगी.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है