सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल में जो 22 मशीनें आयी हैं, वह अभी तक चालू नहीं हो पायी हैं. इन मशीनों का लाभ मरीजों को नहीं मिल पा रहा है. इसको लेकर बैठक भी हुई थी कि इंडोर विभाग, सर्जरी समेत अन्य विभाग में जांच शुरू की जाये. वहीं हाइट्स एजेंसी द्वारा अबतक नहीं लगायी गयी मशीनों को लगवाने का निर्देश दिया गया था. सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल परिसर में 22 मशीनें लाकर रखी हुई हैं. इसे चालू करने के लिए कमेटी का गठन किया गया. इस कमेटी में अधीक्षक समेत मेडिसिन विभाग के अध्यक्ष डॉ राजकमल चौधरी, सर्जरी विभाग के हेड डॉ सीएम सिन्हा व डॉ कुमार रत्नेश, सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल के नोडल प्रभारी डॉ महेश कुमार हैं. जो मशीन आयी हैं, उस मशीनों को चेक करने के लिए कई विभाग के हेड की नियुक्ति नहीं हुई है. हेड को मशीनों की जांच करनी है. सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल के नोडल पदाधिकारी डॉ महेश ने कहा कि कई मशीन की जांच नहीं हुई है. कई विभाग में हेड की नियुक्ति नहीं हुई. हालांकि कई मशीनों की जांच की जा चुकी है. सभी विभाग के हेड आने के बाद मशीनों के चेक करने के बाद ही चालू किया जा सकता है.
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