Bihar: भागलपुर जिले के नाथनगर थाना क्षेत्र में गुरुवार सुबह एक भयावह हादसे के बाद जो हुआ, उसने इंसानियत को शर्मसार कर दिया. अब्जूगंज, सुल्तानगंज के सात युवक मोबाइल खरीदने भागलपुर आए थे. लौटते वक्त दोगच्छी मोड़ के पास तेज रफ्तार स्कॉर्पियो अनियंत्रित होकर गड्ढे में पलट गई. सभी युवक गंभीर रूप से घायल हो गए. लेकिन इस हादसे के तुरंत बाद मौके पर जो लोग पहुंचे, वे मददगार नहीं, बल्कि लुटेरे थे.
घायलों को लूटने पहुंचा कुख्यात अनिल यादव का बेटा रत्ना
प्रत्यक्षदर्शियों और घायलों के मुताबिक, दुर्घटना के तुरंत बाद तीन युवक पहुंचे. इनमें एक था नाथनगर का कुख्यात अपराधी अनिल यादव का बेटा रत्ना. साथ में दो और युवक थे। इन्होंने मौके पर मौजूद चार घायलों के मोबाइल फोन छीन लिए. इतना ही नहीं, रत्ना एक घायल को जबरन उठाकर ले जाने की कोशिश कर रहा था.
पुलिस पहुंची तो काट ली जवान की उंगली
सूचना मिलते ही नाथनगर थाने की गश्ती टीम मौके पर पहुंची. पुलिस को देखते ही बदमाश भागने लगे, लेकिन जवानों ने खदेड़ कर रत्ना को पकड़ लिया. तलाशी में उसके पास से चार मोबाइल बरामद हुए. इसी दौरान पकड़े जाने के डर से रत्ना ने हवलदार बैजनाथ सिंह की उंगली दांत से काट ली और भागने में सफल हो गया.
घायलों की हालत गंभीर, अस्पताल में भर्ती
नाथनगर थाना प्रभारी शकील अंसारी ने बताया कि सभी घायलों को मायागंज अस्पताल में भर्ती कराया गया है. घटना में शामिल बदमाशों की पहचान कर ली गई है और रत्ना समेत सभी पर साक्ष्यों के आधार पर सख्त कार्रवाई की जाएगी.
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रत्ना का नाम कोई नया नहीं है. उसका पिता अनिल यादव भागलपुर और आसपास के इलाकों में एक कुख्यात बदमाश के तौर पर जाना जाता है. उस पर नाथनगर, मधुसूदनपुर थानों में लूट, छिनतई और फायरिंग समेत कई आपराधिक मामले दर्ज हैं.