-भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन ने परिसदन में प्रेस वार्ता को किया संबोधितभाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता सैयद शाहनवाज ने कहा कि गुरुवार को उन्होंने दिल्ली में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात की. उन्हें टीएबीयू के कुलपति का आमंत्रण पत्र दिया. उनसे अनुरोध किया गया कि जुलाई या अगस्त में भागलपुर आकर टीएमबीयू में शहीद तिलकामांझी की कांस्य प्रतिमा का अनावरण करें. हालांकि, पूर्व में टीएमबीयू कुलपति आमंत्रण पत्र राष्ट्रपति भवन देकर आये हैं. शाहनवाज हुसैन शुक्रवार को परिसदन में प्रेस वार्ता कर रहे थे. उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति से विक्रमशिला भ्रमण का अनुरोध किया गया है.
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने आगे कहा कि ऐसे भी विक्रमशिला में बहुत काम हो रहा है. गोड्डा से भाया विक्रमशिला से कटरिया न्यू लाइन कैबिनेट ने पास हुआ है. इसे पास कराने में गोड्डा सांसद मित्र निशिकांत दुबे ने बहुत मेहनत की है. उन्होंने कहा कि निशिकांत दुबे सांसद तो गोड्डा से हैं, लेकिन जन्मभूमि के नाते भागलपुर के विकास को लेकर भी प्रयासरत हैं. विक्रमिशला में विवि का काम तेजी से हो रहा है, जमीन अधिग्रहण का काम हो रहा है. उन्होंने कहा कि 29 जून को टाउन हॉल में पार्टी के द्वारा तांती सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है. इसमें डिप्टी सीएम विजय कुमार सिन्हा, पूर्व डिप्टी सीएम तार किशोर प्रसाद सहित पार्टी के विधायक, विधान पार्षद सहित तांती समाज के लोग रहेंगे.हुसैन ने कहा कि बिहार में नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए चुनाव लड़ा जायेगा और जीत कर सरकार बनायी जायेगी. बिहार का पूर्ण निर्माण नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए ने किया है. जब भी चुनाव होंगे, इस बार एडीए दो सौ से अधिक सीट पर जीत हासिल करेगा. बिहार में तेजस्वी सरकार कभी रही ही नहीं, नीतीश सरकार में मुख्यमंत्री नीतीश की कृपा से कुछ दिन सत्ता का सुख पा लिया, इस बार उन्हें विपक्ष के नेता का दर्जा तक नहीं मिलेगा. 15 साल तक राजद की सरकार थी, भला उस सरकार की कॉपी कौन करना चाहेगा. तेजस्वी यादव झूठी घोषणा करते हैं. भाजपा लगातार इस तरह का सम्मेलन कर रही है कहीं ये चुनावी स्टंट तो नहीं, इस सवाल का जवाब देते हुए राष्ट्रीय प्रवक्ता ने कहा कि हम सभी समाज से जुड़े हैं और सभी समाज पार्टी से जुड़े इसके लिए काम कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि जाति जनगणना हो रही है, इसके क्रेडिट लेने की होड़ मची है. यह ऐतिहासिक काम पीएम नरेंद्र मोदी ने किया, और तेजस्वी यादव, अखिलेश यादव व राहुल गांधी क्रेडिट लेना चाहते हैं. 1994 में सबसे पहले नीतीश कुमार ने संसद में यह मामला उठाया था. 2012-13 में भी गोपीनाथ मुंडे ने उठाया था. जब बिहार में जातिगत सर्वे हुआ था तब भाजपा ने सहयोग किया था.