किलकारी बिहार बाल भवन बरारी परिसर में सावन महोत्सव का आयोजन किया गया. इसमें बच्चों ने अपनी कला, सृजनात्मकता और सांस्कृतिक चेतना का जीवंत प्रदर्शन कर सभी दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया. कार्यक्रम की शुरुआत प्रमंडल कार्यक्रम समन्वयक साहिल राज के प्रेरणादायक संबोधन से हुई. उन्होंने कहा कि “सावन माह न केवल प्रकृति की सुंदरता का प्रतीक है, बल्कि यह हमारी सांस्कृतिक विरासत का भी जीवंत स्वरूप है. इस तरह के कार्यक्रम बच्चों को अपनी जड़ों से जोड़ते हैं और उनमें आत्मविश्वास का संचार करते हैं. इसके बाद मंच पर बच्चों द्वारा मनोहारी नृत्य और नाट्य प्रस्तुतियां दी गईं. पारंपरिक परिधानों में सजे बच्चों ने जब लोकधुनों पर प्रस्तुति दी, तो पूरा वातावरण तालियों की गूंज से गूंज उठा. कुछ प्रस्तुतियों ने जहां सावन के सौंदर्य और शृंगार को दर्शाया. वहीं कुछ नाटकों में सामाजिक संदेशों को कलात्मकता से प्रस्तुत कर सराहना पाई. महोत्सव का विशेष आकर्षण मेहंदी प्रतियोगिता रही, जिसमें कुल 50 बच्चियों ने भाग लिया. इसमें प्रथम स्थान पर मंजू एवं संस्कृति द्वितीय स्थान पर पीहू एवं काजल तृतीय स्थान और सौम्या व परी ने प्राप्त किया. प्रतियोगिता का मूल्यांकन सहायक कार्यक्रम पदाधिकारी रश्मि आनंद एवं सहायक लेखा पदाधिकारी ऋषभ कुमार ने किया.
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