वरीय संवाददाता, भागलपुर शहर में स्वच्छता सर्वेक्षण का काम पूरा हो गया. सर्वेक्षण के लिए यहां पहुंची केंद्रीय टीम ने पांच दिनों शहर के सभी 51 वार्डों में अलग-अलग स्थानों पर सर्वे किया. इसी सर्वे के आधार पर प्वाइंट मिलना है. जिससे भागलपुर नगर निगम की रैंकिंग तय की जायेगी. नगर निगम के सिटी मैनेजर विनय यादव ने बताया कि शुक्रवार को सर्वे का काम पूरा हो गया है. केंद्रीय टीम ने शुक्रवार को 16 सरकारी व निजी स्कूलों का सर्वे किया. मारवाड़ी पाठशाला, जिला स्कूल व रामकृष्ण मिशन स्कूल जाकर वहां की सफाई, शौचालय की स्थिति को देखा. टीम ने कुप्पाघाट आश्रम, विभिन्न पार्कों का भी जायजा लिया. शहर में सौंदर्यीकरण के तहत 80 हजार की लागत से 60 जगहों पर छोटे पार्क का निर्माण होना था, लेकिन आठ जगहों पर पार्क बन पाया है. इतना ही नहीं बनने के साथ ही टूटने भी लगा है. इससे अंक में कटौती की आशंका है. स्वच्छता सर्वेक्षण वाली टीम कंट्रोल एंड कमांड सेंटर भी पहुंची थी. इधर, बेहतर रैंकिंग पाने के लिए नगर निगम की ओर से टीम के आने से पहले पूरी तैयारी की गयी थी. लोगों को जागरूक करने के साथ ही शहर की सफाई पर फोकस किया गया था. यह भी देखा गया कि सर्वेक्षण के टीम जिस वार्ड में जाती थी, वहां की व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए निगम की टीम पहुंच रही थी. इसके बावजूद सर्वेक्षण की टीम के सामने सर्वे के दौरान कई खामियां उभरकर सामने आयी थी.
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