कार्ययोजना बनाने का डीडीसी को मिली जिम्मेदारी
इनलैंड वाटरवेज के नॉर्थ जोन के डायरेक्टर एलके रजक के साथ डीएम ने बैठक की थी. इसमें कई जिला स्तरीय पदाधिकारी भी शामिल हुए थे. बैठक में विभिन्न घाटों पर जेट्टी (जहां पानी का जहाज रुक सके) के निर्माण पर निर्णय लिया जा रहा था. इसी क्रम में बैठक में डीएम ने तैरता हुआ रेस्टोरेंट का प्रोजेक्ट डायरेक्टर के सामने रखा. उन्होंने डायरेक्टर को इस पर काम करने को कहा. डायरेक्टर ने सहमति दे दी है. इसके साथ ही डीडीसी की अध्यक्षता में छह सदस्यीय कमेटी का गठन कर कार्ययोजना तैयार करने का निर्देश दिया. यह कमेटी विभिन्न पर्यटन स्थलों पर पर्यटन विकास के लिए भी कार्ययोजना तैयार करेगी. कमेटी में सभी एसडीओ, गोपनीय प्रभारी, अल्पसंख्यक कल्याण व सामाजिक सुरक्षा के सहायक निदेशक शामिल किये गये हैं.
जिले में इन स्थलों का होगा पर्यटकीय विकास
जिले में पर्यटन विकास को ध्यान में रखते हुए कार्य योजना तैयार की जायेगी. विक्रमशिला महाविहार का खुदाई स्थल, डॉल्फिन अभ्यारण्य क्षेत्र (सुलतानगंज से कहलगांव), इनलैंड वाटरवेज के तहत वाटर फ्लोटिंग रेस्टोरेंट, जैन मंदिर, बूढ़ानाथ मंदिर, अजगैवीनाथ मंदिर, महर्षि मेंहीं आश्रम, शाहकुंड पहाड़ की कार्ययोजना तैयार होगी. इसके बाद योजना को लागू करने की प्रक्रिया शुरू होगी.
प्राइवेट स्तर से होगा फ्लोटिंग रेस्टोरेंट का संचालन
भागलपुर के डीएम डॉ नवल किशोर चौधरी ने कहा कि इनलैंड वाटरवेज के नॉर्थ जोन के डायरेक्टर से वाटर फ्लोटिंग रेस्टोरेंट संचालित करने पर बात हुई है. इस रेस्टोरेंट की अनुमति जिला प्रशासन देगा और प्राइवेट स्तर से इच्छुक लोग इसका निर्माण करा आम लोगों के लिए संचालित करेंगे. भागलपुर में पर्यटन की काफी संभावनाएं हैं. इसी के तहत फ्लोटिंग रेस्टोरेंट को भी शामिल किया गया है.
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