भागलपुर
हास्य व्यंग्यकार सह बगुला मंच के संस्थापक रामावतार राही की दूसरी पुण्यतिथि पर खलीफाबाग चौक के समीप प्रशाल में श्रद्धांजलि सभा हुई. अध्यक्षता डॉ प्रेम चंद पांडेय ने की. कहा कि रामावतार राही एक सशक्त व्यंग्यकार होने के साथ साहित्य के एक ऐसे पुरोधा थे, जिन्होंने अभावों के बीच रहकर भी साहित्य को एक बेहतर मुकाम दिया. मुख्य अतिथि वरिष्ठ पत्रकार प्रसून लतांत ने कहा कि आज के दौर में राही जैसे दिलदार व्यक्ति का मिलना सहज नहीं है. विशिष्ट अतिथि अनिरुद्ध प्रभाष ने कहा कि राही जी हिन्दी के साथ अंगिका भाषा के सशक्त रचनाकार थे. नाटककार शीतांशु अरुण ने कहा कि रामावतार राही एक प्रभावशाली साहित्यकार होने के साथ कुशल रंगमंचीय कलाकार भी थे. कवि सम्मेलन का आगाज लोकगायक संजीव कुमार झा ने सरस्वती वंदना से किया. सुनील कुमार पटेल, प्रीतम विश्वकर्मा कवियाठ, इकराम हुसैन शाद, कपिलदेव कृपाला, विनोद राय, मुरारी मिश्र, डॉ जयंत जलद, अभय कुमार भारती, अनवर भागलपुरी, उलूपी झा, सोहन मंडल ने अपनी रचना का पाठ किया. मौके पर कपिलदेव कृपाला, विनोद राय, मुरारी मिश्र, डॉ जयंत जलद, अभय कुमार भारती, अनवर भागलपुरी, उलुपी झा, सोहन मंडल, भानु झा, त्रिलोकी नाथ दिवाकर, कविता राही, विजय कुमार ही, सुनील कुमार रंग आदि उपस्थित थे. कार्यक्रम का संचालन धीरज पंडित ने किया.
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