सुलतानगंज बालू घाट रोड के आत्मादास ठाकुरबाड़ी से मूर्ति और जेवरात लेकर पूर्व महंत और पूर्व प्रबंधक के फरार होने का मामला में ठाकुरबाड़ी के नवनियुक्त महंत ने आरोप लगाते बुधवार को बताया कि ठाकुरबाड़ी के पूर्व महंत बिना अनुमति के प्रबंधक और उपप्रबंधक नियुक्त कर लिया था. प्रबंधक ने पूर्व महंत की मिलीभगत से फर्जीवाड़ा कर लीज पर संपत्ति लेने का कागजात तैयार कर कब्जा कर लिया है. ठाकुरबाड़ी का मूर्तियां ठाकुर जी और गणेश जी व आभूषण सभी को बेच दिया. मठ की मूर्ति और जेवरात की अनुमानित कीमत करोड़ों में है. मूर्ति और जेवरात गायब होने की सूचना पर जांच टीम नियुक्त की गयी थी. ठाकुरबाड़ी की जांच में मूर्ति और जेवरात गायब पाये जाने पर प्रबंधक और महंत फरार है.संस्था ने पूर्व महंत और प्रबंधक के खिलाफ थाना में मामला दर्ज करा दोनो को संस्था से निष्कासित कर दिया. महंत ने कहा कि प्रबंधक की ओर से धमकियां मिल रही है और कहा जा रहा है कि आपको मार दिया जायेगा. सावन माह में सैकड़ों कांवारिया यहां ठहरते है. उस जगह को इन लोगों ने कब्जा कर लिया है. महंत ने कहा कि कब्जा करने वाले को हटा कर ठाकुरबाड़ी की मर्यादा बचाने की जरूरत है.
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