कहलगांव शारदा पाठशाला खेल मैदान पर शनिवार से शुरू होने वाले संगीतमय संतमत सत्संग श्रीमद् भागवत कथा व त्रिवेणी महोत्सव को लेकर महर्षि मेंर्ही चरण पादुका रथ व कलश शोभायात्रा निकाली गयी. शोभायात्रा का प्रारंभ शारदा पाठशाला खेल मैदान से प्रारंभ हुआ, जो उत्तरवाहिनी गंगा तट के चारों धाम घाट पहुंच संकल्प कर कलश को भरा गया. शहर के विभिन्न मार्गो से परिक्रमा करते वापस शारदा पाठशाला के कथा स्थल पर पहुंचकर समापन हुआ. महर्षि संत शाही स्वामी जी महाराज की 14वीं पुण्यतिथि पर श्रीमद् भागवत कथा ऋषिकेश से पधारे आचार्य स्वामी श्री रामानंद शास्त्री जी महाराज वाचन करेंगे. शोभायात्रा का संचालन समिति में राजेंद्र महतो, डॉ प्रवीण कुमार राणा, गोपाल भगत, घनश्याम मंडल, संजय सिंह, दिलीप चौधरी, बजरंगी पासवान, आभा देवी, बावली देवी, आशा देवी, माला कुमारी, संध्या देवी, कुमकुम कुमारी, संगीता कुमारी, लीला कुमारी, संजू कुमारी, नेहा कुमारी के अलावा सैकड़ों लोग कलश यात्रा में शामिल हुए. भागवत कथा के पहले दिन स्वामी रामानंद शास्त्री ने भागवत के महात्म का व्याख्यान करते कहा कि भागवत कथा मृत्यु से अमरता की ओर ले जाता है. जीवन को शांति प्रदान करती है. धन पाकर मनुष्य शांति को नहीं प्राप्त कर सकते हैं. शांति चाहते हैं, तो मनुष्य को ईश्वर की भक्ति करनी चाहिए. गोकर्ण प्रसंग को सुनाते हुए कहा कि बच्चों को माता-पिता की सेवा करना चाहिए.
संबंधित खबर
और खबरें