-शहर में 40-45 जगहों पर शुरू हुआ पीसीसी का निर्माण, नहीं हो रही सही से मॉनीटिंग
शहर के पास ढाई सौ से अधिक सड़कें, फिर भी क्वालिटी टेस्ट के लिए लेबोरेट्री नहीं
नगर निगम के पास छोटी-बड़ी 250 से अधिक सड़कें हैं लेकिन, उनके पास क्वालिटी टेस्ट के लिए लेबोरेट्री तक नहीं है. वहीं, पथ निर्माण विभाग के पास अधिकतम डेढ़ दर्जन सड़कें होंगी, बावजूद, इसके पास मेटेरियल की गुणवत्ता जांच के लिए अपना लेबोरेट्री है.15 साल से अधिक समय बाद भी ये सड़क नहीं बनी
100 से ज्यादा सड़क व नाले का होगा निर्माण
शहर भर में 100 से ज्यादा सड़क व नाले का निर्माण होगा. निगम एजेंसी के साथ एग्रीमेंट कर रही है और इसके बाद निर्माण का कार्य हो रहा है. इन सभी सड़कें के निर्माण पर निगम करोड़ रुपये खर्च कर रही है.कोट
सड़क निर्माण के लिए मेटेरियल की जांच करायी जाती है. जांच के लिए इंजीनियरिंग को भेजा जाता है. हालांकि, रिपोर्ट के आने में देरी होती है. एक महीने का समय लग जाता है. रिपोर्ट अगर गड़बड़ रहती है, तो कांट्रैक्टर को 10 प्रतिशत जमा राशि जब्त कर ली जाती है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
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