वीसी ने कहा कि विकसित भारत के ड्रीम को साकार करने में शिक्षा की महत्वपूर्ण भूमिका होगी. नॉलेज इकोनॉमी का दौर है, जो देश नॉलेज इकोनॉमी में आगे रहेगा, वही उन्नति कर सकेगा. गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, अच्छा ज्ञान, अच्छी स्किल व अच्छा स्वास्थ्य आदि को ही मानव पूंजी में परिवर्तित किया जा सकता है. कुलपति ने जोर दिया की इंडस्ट्री को कारपोरेट सोशल रिस्पॉन्सबिलिटी के तहत राज्य के विश्वविद्यालयों को अनिवार्य रूप से समरूपता के साथ सहयोग करना चाहिए.पांचवां चीफ सेक्रेटरी कांफ्रेंस इसी वर्ष होने जा रहा है. विषय हायर एजुकेशन नॉलेज इकोनॉमी रखा गया है.
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