सरस्वती विद्या मंदिर अजगैवीनाथधाम में 31 मार्च से दो अप्रैल तक आचार्य कार्यशाला का आयोजन हुआ. बुधवार को कार्यशाला का समापन हुआ. उद्घाटन प्रबंध समिति के अध्यक्ष डॉ ब्रह्मदेव नारायण, सहसचिव बालकृष्ण पोद्दार व प्रधानाचार्य अश्विनी कुमार ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया. प्रबंध समिति के अध्यक्ष डॉ ब्रह्मदेव नारायण ने कहा किशिक्षक शिक्षा व्यवस्था की रीढ़ होते हैं. जो समय के साथ अपने शिक्षण कौशल में बदलाव कर बच्चों को नवाचार के साथ शिक्षित करता है. शिक्षार्थियों को प्रकाशपुंज बनाता है. उन्होंने नयी शिक्षा नीति 2020 के अनुरूप बच्चा केंद्रित शिक्षा पर प्रकाश ड़ाला. उन्होंने कहा कि सुगम, सरल और सरस तरीके से बच्चों को शिक्षा देना है.समापन सत्र में सचिव डॉ अजीत कुमार जायसवाल ने शिक्षक के कार्यों की सराहना करते उपहार भेंट कर नये सत्र में विद्यालय में नयी चेतना के साथ योगदान देने की बात कही. आचार्य कविता कुमारी, रंजना कुमारी, पम्मी रानी, माला कुमारी, राजेश कुमार, सुनील कुमार ने अनुभव को साझा किया. प्रधानाचार्य ने धन्यवाद ज्ञापन करते आचार्य को नये सत्र में प्रशिक्षण में बताये गये बिंदुओं पर अमल किये जाने की बात कही. शांति मंत्र के बाद कार्यशाला का समापन हुआ.
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